फिरोजाबाद: कोविड महामारी की दहशत के बीच जिले के गांव नगला पान सहाय में 50 से अधिक लोग बुखार से पीड़ित हैं. ग्रामीणों का दावा है कि दो लोगों की तो जान भी जा चुकी है. मामला मीडिया में आने के बाद सोमवार को डॉक्टरों की टीम ने गांव में बुखार से पीड़ित मरीजों के ब्लड सैंपल लिए. साथ ही कोविड टेस्टिंग के लिए नमूने लिए. डॉक्टरों का कहना है कि जांच में जो रिपोर्ट आएगी, उसी के मुताबिक इन ग्रामीणों का इलाज किया जाएगा.
कोविड की दूसरी लहर में सैकड़ों लोग अपनी जान गवां चुके हैं. हालांकि, अब दूसरी लहर का तो प्रकोप कम हुआ है, लेकिन तीसरी लहर को लेकर लोग डरे हुए हैं. इसी बीच शहर के नजदीकी गांव नगला पान सहाय में बीते पांच-छह दिन से लोगों की नींद उड़ी हुई है. ग्रामीणों का दावा है कि गांव में बुखार से दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से ज्यादा लोग अभी भी बीमार हैं, जो विभिन्न जगहों पर अपना इलाज करा रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि ज्यादातर लोगों को तेज बुखार आने की समस्या है. ग्रामीणों के मुताबिक, कई बार स्वास्थ्य महकमे को जानकारी दी जा चुकी है, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली.
ग्रामीण दयाशंकर ने बताया कि उनके घर में ही पांच सदस्य बुखार से पीड़ित हैं. सोमवार को जब गांव में कवरेज के लिए मीडिया पहुंची तो स्वास्थ्य विभाग की भी नींद टूटी. वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश पर डॉ. दिनेश शर्मा की अगुवाई में चिकित्सकों की एक टीम नगला पान सहाय गांव पहुंची और बीमारी के बारे में ग्रामीणों से जानकारी ली. डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि उन्हें भी जानकारी मिली है कि गांव में कुछ मरीज बुखार के हैं, जिन्हें दवा दी गई है. इसके अलावा इनके ब्लड की स्लाइड बनाई गई है. कोविड का टेस्ट भी कराया गया है.
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