फिरोजाबादः जिले में उद्यान विभाग ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत औद्योगिक फसलों की वैज्ञानिक खेती पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. इस अवसर पर किसान मेले का भी आयोजन किया गया. इस मेले में अलग-अलग विभागों ने प्रदर्शनी लगाई. जिससे किसानों को अधिक से अधिक जानकारी मिल सके.
किसानों की आय दोगुना करने पर जोर
इस सेमिनार में उद्यान विभाग एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने किसानों की आय दोगुनी किए जाने लिए वैज्ञानिक विधि से खेती किए जाने पर जोर दिया. कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सब्जी, मसाला, पुष्प उत्पादन, मधुमक्खी पालन, औषधीय खेती के साथ कृषि एवं वर्मीकम्पोस्ट तैयार करने के बारे में जानकारी दी. इसके अलावा जैविक खेती के बारें में भी किसानों को जानकारी दी गई.
किसानों ने साझा किए अपने अनुभव
प्रदेश के अलग-अलग कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालयों से आए वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने आलू, फल, फूलों की खेती और उनके उचित प्रसंस्करण के बारे में जानकारी दी. इस मौके पर क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों ने अपने विशिष्ट कार्याें का अनुभव अन्य किसानों के साथ साझा किया.
सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं किसान
कार्यक्रम में जिला उद्यान अधिकारी विनय यादव ने कहा कि जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार किसानों के साथ नई-नई तकनीकों को साझा कर उन्हे वैज्ञानिक विधि से खेती करने हेतु प्रशिक्षित कर रही है. वर्तमान में औद्योगिक फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए कई योजनाऐं संचालित हैं. जिनमें प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना प्रमुख है. इसके साथ ही ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर सिंचाई से केला, शिमला मिर्च, मिर्च, टमाटर, एवं अन्य सब्जियों के उत्पादन की जानकारी किसानों को दी गई. उन्होने बताया कि मेले के दूसरे दिन कृषक बन्धुओं को भ्रमण कार्यक्रम के अंतर्गत टिशू कल्चर लैब, मशरूम उत्पादन, पाॅली हाउस पुष्प उत्पादन, एप्पल बैर, जैविक सब्जी उत्पादन, शिमला मिर्च उत्पादन का भ्रमण कराया जाएगा.