फिरोजाबाद: भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर टूंडला नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव जीतने वाले चेयरमैन भंवर पाल सिंह को भारी पड़ सकता है. चुनाव जीतते ही फिरोजाबाद-शिकोहाबाद विकास प्राधिकरण ने चेयरमैन द्वारा विकसित एक कॉलोनी के ध्वस्तीकरण का नोटिस जारी किया गया है. इस ध्वस्तीकरण के नोटिस के फिरोजाबाद के राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है.
यूपी नगर निकाय चुनाव में फिरोजाबाद की 8 नगरीय निकायों में से 7 निकायों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी. यहां फिरोजाबाद की मेयर कामिनी राठौर मेयर चुनी गई. इसी तरह अन्य सीटों से भी भारतीय जनता पार्टी के ही नेता नगर पालिका और नगर पंचायतों के अध्यक्ष चुने गए. लेकिन एक मात्र टूंडला नगर पालिका में भारतीय जनता पार्टी से बागी हुए भंवरपाल सिंह को जीत मिली थी. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव में जीत हासिल की थी.
बता दें कि भंवरपाल सिंह भारतीय जनता पार्टी के नेता थे. लेकिन टिकट न मिलने से वह बागी होकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए. इस चुनाव में उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी दीपक राजोरिया को हरा दिया था. भंवरपाल की पत्नी रामवती देवी साल 2012 में टूंडला की चेयरमैन चुनी गयी थी. भंवरपाल खुद ब्लाक प्रमुख रह चुके हैं. कॉलोनाइजर भंवरपाल सिंह ने अभी हाल ही में टूंडला के बसई रोड पर 15 बीघा जमीन पर बीएस रेजीडेंसी के नाम से एक कॉलोनी स्थापित की है.
कॉलोनाइजर भंवरपाल सिंह 13 मई को चुनाव जीतकर चेयरमैन बने थे. जबकि फिरोजाबाद-शिकोहाबाद विकास प्राधिकरण ने 15 मई को उन्हें कॉलोनी के ध्वस्तीकरणकरण का नोटिस जारी कर दिया. हालांकि नोटिस में यह भी जिक्र किया गया है कि उन्हें पहले भी नोटिस जारी किये गए हैं. लेकिन उनके द्वारा कोई जबाब न देने पर कॉलोनी को ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है. भंवरपाल सिंह का कहना है कि यह उनके खिलाफ राजनीतिक द्वेषवश कार्रवाई की जा रही है.
यह भी पढ़ें- बस्ती में दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के बाद किशोर ने की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस