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फिरोजाबाद में जानिए क्यों में छात्रों ने लगाए 'यह कॉलेज नहीं जेल है, आवाज उठाने वाला फेल है' के नारे

फिराजाबाद में मेडिकल कॉलेज के छात्र की आत्महत्या करने के बाद छात्रों ने (Firozabad Medical Student Suicide) प्रिंसिपल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कहा कि यह कॉलेज नहीं जेल है, आवाज उठाने वाला फेल है.

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Published : Dec 5, 2022, 10:01 PM IST

फिरोजाबादः जनपद के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस (MBBS in Medical College) प्रथम वर्ष के छात्र की खुदकुशी (Firozabad Medical Student Suicide) के मामले में प्राचार्या समेत 5 लोगों पर एफआईआर दर्ज होने के बाद भी अन्य छात्रों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को छात्रों ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर गिरफ्तारी की मांग की. साथ ही छात्रों ने कहा कि यह कॉलेज नहीं जेल है, आवाज उठाने वाला फेल है.

फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के गिरफ्तारी की मांग को लेकर छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया

बता दें कि शनिवार को फिरोजाबाद के स्वशासी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे कौशल्या नगर थाना उत्तर के रहने वाले छात्र शीलेन्द्र का शव कैंपस के हॉस्टल में फांसी के फंदे पर लटका मिला था. दरवाजा अंदर से बंद होने की वजह से इसे खुदकुशी माना जा रहा है. इस घटना के बाद अन्य मेडिकल के छात्रों ने हंगामा कर हाईवे को जाम कर दिया था. परिजनों और अन्य छात्रों का आरोप था कि मेडिकल कॉलेज में छात्रों का उत्पीड़न होता है. ऐसा ही शीलेन्द्र के साथ हुआ था. जिससे परेशान होकर छात्र ने खुदकुशी की है. शीलेन्द्र का मेडिकल का पेपर भी था, लेकिन परीक्षा देने की बजाय उसने खुदकुशी कर ली.

छात्रों के आंदोलन के बाद मामले की गूंज शासन तक भी पहुंच गयी. छात्रों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए शनिवार की देर रात परिजनों की तहरीर पर मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या डॉ संगीता अनेजा (Principal Dr Sangeeta Aneja), परीक्षा नियंत्रक गौरव सिंह, वार्डन मुनीष खन्ना, डॉक्टर नौशार हुसैन, आयुष जैन के खिलाफ धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और एससी/ एसटी के तहत मामला दर्ज हुआ था. आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से छात्रों ने सोमवार को हाथों में तख्तियां लेकर प्राचार्या की गिरफ्तारी की मांग की. जहां मेडिकल के छात्रों ने नारा लगाया कि यह कालेज नहीं जेल है, बोलने वाला फेल है.


यह भी पढ़ें-लखनऊ और कानपुर में सामान्य वर्ग की होगी महापौर की सीट, राज्यभर के लिए आरक्षण घोषित

फिरोजाबादः जनपद के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस (MBBS in Medical College) प्रथम वर्ष के छात्र की खुदकुशी (Firozabad Medical Student Suicide) के मामले में प्राचार्या समेत 5 लोगों पर एफआईआर दर्ज होने के बाद भी अन्य छात्रों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को छात्रों ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर गिरफ्तारी की मांग की. साथ ही छात्रों ने कहा कि यह कॉलेज नहीं जेल है, आवाज उठाने वाला फेल है.

फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के गिरफ्तारी की मांग को लेकर छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया

बता दें कि शनिवार को फिरोजाबाद के स्वशासी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे कौशल्या नगर थाना उत्तर के रहने वाले छात्र शीलेन्द्र का शव कैंपस के हॉस्टल में फांसी के फंदे पर लटका मिला था. दरवाजा अंदर से बंद होने की वजह से इसे खुदकुशी माना जा रहा है. इस घटना के बाद अन्य मेडिकल के छात्रों ने हंगामा कर हाईवे को जाम कर दिया था. परिजनों और अन्य छात्रों का आरोप था कि मेडिकल कॉलेज में छात्रों का उत्पीड़न होता है. ऐसा ही शीलेन्द्र के साथ हुआ था. जिससे परेशान होकर छात्र ने खुदकुशी की है. शीलेन्द्र का मेडिकल का पेपर भी था, लेकिन परीक्षा देने की बजाय उसने खुदकुशी कर ली.

छात्रों के आंदोलन के बाद मामले की गूंज शासन तक भी पहुंच गयी. छात्रों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए शनिवार की देर रात परिजनों की तहरीर पर मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या डॉ संगीता अनेजा (Principal Dr Sangeeta Aneja), परीक्षा नियंत्रक गौरव सिंह, वार्डन मुनीष खन्ना, डॉक्टर नौशार हुसैन, आयुष जैन के खिलाफ धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और एससी/ एसटी के तहत मामला दर्ज हुआ था. आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से छात्रों ने सोमवार को हाथों में तख्तियां लेकर प्राचार्या की गिरफ्तारी की मांग की. जहां मेडिकल के छात्रों ने नारा लगाया कि यह कालेज नहीं जेल है, बोलने वाला फेल है.


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