फिरोजाबादः समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जो लोग शाहरुख खान की फिल्म "पठान" का विरोध कर रहे हैं. वह सही नहीं है. क्योंकि जब सेंसर बोर्ड इसे पास कर चुका है तो अब फिल्म के विरोध का कोई औचित्य नहीं है. अगर विरोध करना ही था तो पहले होना चाहिए था. उन्होंने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के उस बयान को संविधान की मूल भावना के खिलाफ बताया है. जिसमें उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कही है.
समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव बुधवार को फिरोजाबाद पहुंचे थे. जहां उन्होंने देर शाम एक शादी समारोह में शिरकत की. इस दौरान वह मीडिया से भी रूबरू हुए. सबसे पहले उन्होंने समाजवादी पार्टी की तरफ से लोगों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक मौके पर हम सभी को भारत की मजबूती के लिए काम करना चाहिए. मीडिया द्वारा शाहरुख खान की फिल्म पठान का देश भर मेंं हो रहे विरोध के बारे में जब पूछा गया तो उनका कहना था कि इस विरोध का अब कोई औचित्य नहीं है. क्योंकि सेंसर बोर्ड इस फिल्म को पास कर चुका है. अगर विरोध करना था तो उसे पहले होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि सोच समझ कर उस पर निर्णय होना चाहिए था.
समाजवादी पार्टी के नेता ने कहा कि रंग के आधार पर फिल्म का विरोध नहीं होना चाहिए. अब विरोध से काफी अव्यवस्थाएं पैदा होंगी. इस दौरान बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के उस बयान के बारे में प्रतिक्रिया ली गई. जिसमें उन्होंने समर्थन मिलने पर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कही है. इस सवाल के जवाब में सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि हमारा संविधान धर्मनिरपेक्ष है. इसलिए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बयान संविधान की मूल भावना के खिलाफ है.