फिरोजाबाद : जिले की शिकोहाबाद विधानसभा सीट - 98 शुरू से ही राजनीत के दिग्गजों के लिए अपना एक खास स्थान रखती आई है. यह सीट इस लिए वीआईपी मानी जाती है क्योंकि समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की यह कर्मभूमि रही है. नेताजी 1993 में यहां से विधानसभा का चुनाव लड़े थे. जीते भी थे और मुख्यमंत्री भी बने थे.
कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मुख्यमंत्री व एमपी के पूर्व राज्यपाल राम नरेश यादव भी इस सीट से अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. 1985 में निर्दलीय चुनाव लड़कर उन्होंने अपनी जीत दर्ज करायी थी. वैसे तो इस इलाके में काफी विकास हुआ लेकिन कई काम ऐसे हैं जिनकी यहां के लोगों को अभी भी दरकार है. साल 2012 में परिसीमन के बाद इस इलाके का नया स्वरूप सामने आया. नए स्वरूप में जो क्षेत्र सामने आया वह आज तक पिछड़ा हुआ है. जातिगत आंकड़ों की बात करें तो इस सीट पर यादव और निषाद वोट निर्णायक भूमिका निभाते रहे हैं.
शिकोहाबाद विधानसभा क्षेत्र का मौजूदा भौगोलिक स्वरूप साल 2012 में हुए परिसीमन के बाद सामने आया. नए परिसीमन के बाद इस विधानसभा में सदर विधानसभा क्षेत्र का बीहड़ी इलाका और जुड़ गया. वहीं, परिसीमन से पहले इस सीट का जो इलाका था, उसे नवसृजित सिरसागंज विधानसभा सीट में जोड़ा गया है. जनसंख्या की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र की आबादी पांच लाख, 10 हजार 359 है. यहां के कुल वोटरों की संख्या 3,58,836 है. पुरुष वोटरों की संख्या 1,92,722 और महिला वोटरों की संख्या 1,66,103 है.
बीहड़ का विकास बड़ा मुद्दा
शिकोहाबाद विधानसभा क्षेत्र का काफी भाग बीहड़ का है. लिहाजा इस इलाके का विकास यहां का बड़ा मुद्दा है. इस क्षेत्र में जो गांव हैं, उनसे विकास कोसों दूर है. संपर्क मार्गों की हालत काफी खस्ता हाल है. इसके अलावा इस क्षेत्र में गिरता भूगर्भ जलस्तर यहां रहने वाले लोगों के लिए बड़ी समस्या बना हुआ है.
हालांकि समय-समय पर ये मांगें उठाई जाती रहीं हैं, पर इनका निस्तारण आज तक नहीं किया गया. इस इलाके से गुजरने वाली यमुना नदी पर अगर एक चेक डेम बन जाए तो पानी की समस्या खत्म हो सकती है. लेकिन इस योजना पर कोई काम नहीं हो सका है.
इसके अलावा जो तलहटी के गांव हैं, उनमें भूगर्भ जल खारा है. लोग दूर-दूर से पानी भरकर लाते हैं. इस इलाके में शिक्षा के संसाधनों का अभाव है. शिकोहाबाद शहर को छोड़ दें तो ग्रामीण इलाकों में कोई बड़ा कॉलेज नहीं है. तकनीकी शिक्षा का कोई स्कूल कॉलेज इलाके में नहीं है. जहां तक चिकित्सा की बात है तो शिकोहाबाद में 100 शैय्या का अस्पताल तो है लेकिन इस अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है.
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डॉक्टरों के अलावा जो उपकरण चिकित्सा में सहायक होते हैं, इस अस्पताल में उनकी कमी है. यहां के मरीजों को इलाज के लिए फिरोजाबाद के जिला अस्पताल में आना पड़ता है. इस क्षेत्र में कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उप केंद्र लेकिन डॉक्टरों की कमी की वजह से यह बंद रहते हैं.
इस इलाके के गांव नगला गोला में पीने का पानी जो हरे रंग का निकलता है, कई बार उसकी सैंपलिंग कराई गई है. हालांकि अभी तक यह बात सामने नहीं आ पाई है कि आखिर ऐसा पानी क्यों निकलता है. मजबूरन या तो लोग उसी पानी को पीते हैं या उन्हें पानी खरीदकर पीना पड़ता है.
जानें अब तक कौन विधायक किस दल से चुना गया | ||
वर्ष | प्रत्याशी | पार्टी |
1952 | महाराज सिंह | इंडियन नेशनल कांग्रेस |
1957 | लायक सिंह | निर्दलीय |
1962 | मंशाराम | निर्दलीय |
1967 | राम स्वरूप | इंडियन नेशनल कांग्रेस |
1969 | मंशाराम | भारतीय क्रांति दल |
1974 | वीरेंद्र स्वरूप | भारतीय क्रांति दल |
1977 | गंगा सहाय | जनता पार्टी |
1980 | जगदीश सिंह | इंडियन नेशनल कांग्रेस |
1985 | राम नरेश यादव | निर्दलीय |
1989 | राकेश कुमार | निर्दलीय |
1991 | झाऊलाल यादव | निर्दलीय |
1993 | मुलायम सिंह यादव | समाजवादी पार्टी |
1996 | अशोक यादव | बीजेपी |
2002 | हरिओम यादव | सपा |
2007 | अशोक यादव | निर्दलीय |
2012 | ओम प्रकाश वर्मा | सपा |
2017 | डॉ मुकेश वर्मा | बीजेपी |
यह है इस सीट का जातीय आंकड़ा
इस सीट पर सबसे ज्यादा संख्या यादव वोटरों की है. इसके बाद निषाद/राजपूत और तीसरे स्थान पर दलित जाटव आते है
यादव-एक लाख
निषाद/राजपूत-70 हजार
जाटव-50 हजार
मुस्लिम-20 हजार
वैश्य-20 हजार
ब्राह्मण-18 हजार
ठाकुर-07 हजार
अन्य अनुसूचित जाति-10 हजार
अन्य पिछड़ा वर्ग-15 हजार