फिरोजाबाद: जिले में गेहूं खरीद में हुए फर्जीवाड़े के बाद व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं. एक ही केंद्र पर एक हजार कुंतल गेहूं को दूसरे किसानों की फर्द पर बेचने का खुलासा होने के बाद अब मांग उठने लगी है कि अन्य खरीद केंद्रों पर हुई गेंहू की खरीद की जांच होनी चाहिए. सिरसागंज के विधायक हरिओम यादव ने कहा है कि अगर इसकी जांच हो तो पूरे प्रदेश में हुआ घोटाला पकड़ा जा सकता है.
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दर्ज कराई गई एफआईआर
शिकोहाबाद मंडी समिति में बने पीसीएफ के गेंहू क्रय केंद्र का बीजेपी के विधायक मुकेश वर्मा ने निरीक्षण किया था. विधायक को किसानों ने अपनी पीड़ा बतायी थी कि वह लोग आठ दिन से खड़े हैं, लेकिन उनका गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है. उन्हें बोरा और बारदाना की कमी बताकर लटकाया जा रहा है. जबकि बाद में आये कुछ किसानों का गेंहू खरीद लिया गया है. इसके बाद शिकोहाबाद के एसडीएम ने क्रय केंद्र पर छापा मारकर अभिलेख कब्जे में लिए थे और जांच की थी. जांच में यह बात सामने आयी कि 28 किसान ऐसे हैं, जिन्होंने आलू की फसल पैदा की थी, लेकिन अपनी फर्द पर दूसरे किसानों का गेंहू बेच दिया. मामला उजागर होने के बाद एसडीएम ने डीएम को अपनी रिपोर्ट दी थी. डीएम के आदेश के बाद विपणन अधिकारी ने 28 किसानों और केंद्र प्रभारी समेत 29 लोगों के खिलाफ शिकोहाबाद में एफआईआर दर्ज करायी थी.
सिरसागंज विधायक ने की यह मांग
गेंहू खरीद में इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद सिरसागंज के विधायक हरिओम यादव ने कहा है कि बड़े लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए इस तरह का फर्जीवाड़ा किया गया है. उन्होंने कहा कि शिकोहाबाद जैसी छोटी जगह पर इतना बड़ा फर्जीवाड़ा हो गया, तो अन्य केंद्रों पर भी होने की आशंका है. लिहाजा सरकार की सभी केंद्रों पर हुए गेंहू खरीद की जांच करानी चाहिए.