फिरोजाबाद: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को फिरोजाबद पहुंचे. पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी 2014 में आई थी और 2024 में विदा हो जाएगी. धार्मिक ग्रंथ रामायण और महाभारत का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि जब-जब महिलाओं पर अत्याचार हुआ है, तब-तब अनाचारियों की दुर्गति हुई है.
मणिपुर की घटना से बीजेपी की होगी हार: अखिलेश यादव फिरोजाबाद के राजा का ताल स्थित एक गार्डेन में पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे थे. यहां उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश और प्रदेश में हर मोर्चे पर विफल हुई है. इसलिए कार्यकता जनता के बीच जाकर उनका विश्वास जीतें. उन्होंने कहा कि वह धार्मिक ग्रंथ रामायण और महाभारत को पढ़ चुके हैं. लेकिन, जब-जब महिलाओं पर अत्याचार हुआ है, उस समय अनाचारियों की दुर्गति हुई है. सीता का अपहरण हुआ तो रावण का नाश हो गया. द्रोपती का चीर हरण हुआ तो कौरवों का नाश हो गया और अब मणिपुर की घटना बीजेपी सरकार की विदाई का कारण बनेगी.
टमाटर और रिफांड इसलिए हुआ महंगा: मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि फिरोजाबाद जनपद समाजवादियों का गढ़ रहा है. यहां से वह खुद सांसद रह चुके हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में यहां फिर से सपा का ही सांसद जीतेगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने लाल किले से जो वादे किए थे, वह पूरे नहीं किए. इसलिए वह 2014 में आए थे और 2024 में पूरी तरह से चले जाएंगे. उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है. टमाटर और रिफांड इसलिए महंगा हुआ है कि जिससे सरकार के कुछ लोगों को फायदा पहुंच जाए. बिजली संकट पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार कोई नया प्लांट नहीं लगा सकी है. इसलिए महंगी बिजली खरीदकर लोगों को महंगे दामों पर बेच रही है.
लद्दाख के लिए लेना होगा वीजा: अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने 100 नंबर सेवा शुरू की थी. सरकार ने इसका नाम ही बदल दिया है. लेकिन, सरकार यह बता दे कि क्या नाम बदलने से सुधार हो गया. इसी तरह सरकार कोई जिला अस्पताल नहीं खुलवा सकी है. मेडिकल कॉलेज की भी हालत खस्ता है. यूनिवर्सिटी में जो नियुक्तियां हो रही हैं, उनमें पीडीए को नजरअंदाज किया गया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की कमजोरी की वजह से भारत के नागरिकों को लद्दाख के लिए चीन से वीजा लेना पड़ेगा.
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