फिरोजाबाद : यूपी में निकाय चुनाव (Municipal elections in Uttar Pradesh) कब होंगे, अभी इस पर सस्पेंस बरकरार है. गहमागहमी के बीच फिरोजाबाद नगर निगम की मेयर सीट हॉट बन गई है. सभी प्रमुख राजनीतिक दलों में मेयर के दावेदार की लंबी फेहरिस्त है. सबसे ज्यादा दावेदार भारतीय जनता पार्टी में है. अभी तक बसपा में सबसे कम दावेदार अभी तक सामने आए हैं.
चार अगस्त 2014 को बजूद में आए फिरोजाबाद नगर निगम के लिए साल 2014 में पहली बार महापौर का चुनाव हुआ था. पहली बार में फिरोजाबाद में मेयर की सीट बीजेपी के खाते में गई थी. नूतन राठौर यहां की मेयर चुनीं गईं थीं. एक बार फिर यूपी में निकाय चुनावों का बिगुल बजने वाला है. यह अभी तक साफ नही हुआ है कि चुनाव कब होंगे क्योंकि आरक्षण को लेकर मामला कोर्ट में विचाराधीन है. हाई कोर्ट ने अधिसूचना जारी करने पर रोक लगा रखी है.
फिरोजाबाद में मेयर पद के टिकट को लेकर बीजेपी के नेताओं में सबसे ज्यादा उत्साह है (BJP candidate firozabad ). भारतीय जनता पार्टी हर हाल में इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखना चाहती है. अभी तक यहां मेयर के 60 दावेदारों ने टिकट के लिए आवेदन दिया है. 75 वार्डों में पार्षद पद के लिए 300 से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किए हैं. टिकिट मांगने वालों ने दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के नेता है. बसपा में अभी तक कोई मजबूत दावेदार सामने नहीं आया है.
चर्चा है कि फिरोजाबाद की सीट सामान्य होने की बजह से इस बार बीजेपी वैश्य वर्ग के किसी नेता को मैदान में उतार सकती है. इसके अलावा पार्टी राठौर वोट को साधने की भी कोशिश कर सकती है. सपा अपने परंपरागत वोट बैंक को साधने के लिए किसी मुस्लिम चेहरे को टिकट दे सकती है. विश्लेषकों का अनुमान है कि बीजेपी के वोट बैंक में सेंधमारी के लिए समाजवादी पार्टी किसी राठौर प्रत्याशी पर दांव लगा सकती है. संभव है कि बसपा भी किसी मुस्लिम चेहरे को मैदान में उतारे. बीजेपी के महानगर अध्यक्ष राकेश शंखवार और सपा के महानगर अध्यक्ष योगेश गर्ग का कहना है कि जो आवेदन मिल रहे है उन्हें इकट्ठा कर हाईकमान को भेजा जाएगा. पार्टी हाईकमान ही मेयर कैंडिडेट का निर्णय करेगा.
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