फिरोजाबाद: जनपद में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की बारात (Lord Shri Ram procession in Firozabad) इस बार काफी भव्य तरीके से निकाली जाएगी. इस बार इस बारात को निकालने की जिम्मेदारी योगी सरकार के कंधों पर है. रजिस्ट्रार चिट फंड सोसाइटी द्वारा एक कमेटी को अमान्य घोषित करने के बाद अफसरों ने खुद ही इस जिम्मेदारी को संभालने का निर्णय लिया. राम बारात की सुरक्षा में कोई कमी न रहे इसके लिए अफसरों ने बुधवार को रूट का निरीक्षण किया.
दरअसल, फिरोजाबाद की रामलीला के बीच दो कमेटियों के बीच विवाद चल रहा है. हालांकि इससे पहले आरपी सिंह यादव की कमेटी ने कई बार रामलीला आयोजित की है लेकिन इस बार रजिस्ट्रार चिटफंड सोसाइटी द्वारा आरपी सिंह की कमेटी को अमान्य घोषित करने के बाद इस बार रामलीला का आयोजन अपने हाथ में ले लिया है. कमेटी में नगर मजिस्ट्रेट, एसडीएम सदर, तहसीलदार आदि को शामिल किया गया है. इसके अलावा शहर के गणमान्य लोगों को भी इस कमेटी में शामिल किया गया है. सामान्य तौर पर हर साल रामलीला के लिए चंदा वसूली होती थी.
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वहीं, रामलीला मेले में लगने वाली दुकानों, स्टॉल, झूला आदि के अलावा अन्य व्यवसायिक फर्मो, सम्पन्न व्यक्तियों से चंदे की वसूली होती थी लेकिन इस बार सिटी मजिस्ट्रेट ने आदेश जारी कर चंदा वसूली पर रोक लगा दी है. सिटी मजिस्ट्रेट ने अपने आदेश में कहा है कि रामलीला के नाम पर कोई भी चंदा नहीं वसूलेगा. रामलीला का आयोजन मेले के लगने वाली दुकानों से अर्जित आय से होगा. इधर भगवान राम की बारात गुरुवार को निकाली जाएगी, जिसे भव्य रूप दिया जाएगा. 30 से 40 झांकियां इस बारात में शामिल होंगी, जो आकर्षक का केंद्र बनेंगी.