फिरोजाबाद : उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में बकरीद पर मुस्लिम समाज ने कौमी एकता की मिसाल पेश की. राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के बैनर तले मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने बकरे की कुर्बानी की बजाय तीन दिन तक गौसेवा का संकल्प लिया. इसके बाद नगर निगम की गौशाला पहुंचकर गायों को फल खिलाया. मुस्लिम मंच के पदाधिकारियों ने बताया कि उन्होंने देश मे हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने के लिए ऐसा किया. गाय को लोगों को माता की तरह पूजना चाहिए.
गौसेवा का संकल्प लिया : बकरदी पर मुस्लिम समाज के लोग नमाज अदा कर मुल्क की तरक्की की तो दुआ करते ही हैं साथ ही अल्लाह को खुश करने के लिए बकरे की कुर्बानी भी करते हैं. यह प्रथा वर्षों से चली आ रही है. फिरोजाबाद में इस बार कुछ नया हुआ जो कौमी एकता के लिए नजीर है. बकरीद के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के बैनर तले बकरे की जगह गौसेवा का संकल्प लिया. मुस्लिम मंच के पदाधिकारी नमाज अदा करने के बाद कुछ फलों के साथ गांधी पार्क स्थित नगर निगम की गौशाला पहुंचे और गायों को उन्हें खिलाया.
गौसेवा का मकसद सामाजिक सौहार्द पैदा करना : राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के उपाध्यक्ष सूफी हसन कादरी ने कहा कि बकरीद के मौके पर हमने गौसेवा का संकल्प लिया है. हमारे संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा भोपाल में दिए गए निर्देशों के क्रम में हम लोगों ने गौसेवा का निर्णय लिया है. यह तीन दिन तक चलेगा. उन्होंने कहा कि गौसेवा का मकसद सामाजिक सौहार्द पैदा करना है. उन्होंने कहा कि जो बकरे की कुर्बानी कर रहे हैं, वह करते रहे. हम तीन दिन तक गौसेवा करेंगे.
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