ETV Bharat / state

फिरोजाबाद : गांव के सरकार की बागडोर इस बार पढ़े-लिखे युवाओं के हाथ

यूपी में संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में जो ग्राम प्रधान चुने गए, उनका शपथ ग्रहण समारोह 25 और 26 मई को होगा. इस बार गांवों की सरकार की तस्वीर कुछ अलग होगी. गांवों की बागडोर पढ़े लिखे प्रधानों के हाथों में होगी. इस बार जो प्रधान चुनकर आये हैं, उनमें कई तो हायर एजुकेशन प्राप्त हैं.

इस बार पढ़े-लिखे युवाओं के हाथों में है गांव की सरकार की बागडोर
इस बार पढ़े-लिखे युवाओं के हाथों में है गांव की सरकार की बागडोर
author img

By

Published : May 24, 2021, 7:51 PM IST

फिरोजाबाद : त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में फिरोजाबाद में 564 ग्राम प्रधान चुनकर आये है. इस बार तस्वीर बिल्कुल अलग है. पिछले चुनाव में जहां करीब 70 ग्राम प्रधान निरक्षर चुनकर आये थे, वहीं इस बार यह संख्या घटकर महज 10 रह गयी है. इस बार चुनकर आये पढ़े लिखे प्रधानों की बात करें तो 37 प्रधान तो ऐसे है जो हायर एजुकेशन प्राप्त हैं. यानी ये परास्नातक शिक्षा प्राप्त हैं.

इसके अलावा 88 ग्राम प्रधान ऐसे है जो स्नातक है. कक्षा पांच से लेकर इंटरमीडिएट तक की शिक्षा प्राप्त प्रधानों की संख्या 393 है. कुछ प्रधान तो इंजीनियरिंग और बीसीए तक की पढ़ाई कर प्रधान बने है. ग्रामीणों को उम्मीद है कि पढ़े लिखे ग्राम प्रधानों के चुने जाने से उनके गांव का विकास होगा.

इस बार पढ़े-लिखे युवाओं के हाथों में है गांव की सरकार की बागडोर

यह भी पढ़ें : गरीबों का अनाज डकारता था राशन डीलर, एफआईआर दर्ज


युवाओं में प्रधान पद के प्रति बढ़ा क्रेज

ग्राम पंचायत के इन चुनावों में युवाओं का प्रधानी के प्रति भी क्रेज बढ़ा है. ग्राम पंचायत बेंदी में ग्राम प्रधान चुनी गयीं वंशिका राज शर्मा की उम्र महज 23 साल है. वह जिले की सबसे युवा ग्राम प्रधान है. ETV भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह चाहतीं है कि गांव का विकास हो.

बताया कि वह बीसीए करने के बाद नौकरी करना चाहती थीं लेकिन ग्रामीण इलाके के विकास के मकसद से उन्होंने प्रधान का चुनाव लड़ने का फैसला लिया. अब जीत चुकी है तो गांव का विकास भी तेजी से कराएंगी. 25 व 26 मई को शपथ ग्रहण के बाद गावों में इन नव निर्वाचित प्रधानों की सरकार पदारूढ़ हो जाएगी.

फिरोजाबाद : त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में फिरोजाबाद में 564 ग्राम प्रधान चुनकर आये है. इस बार तस्वीर बिल्कुल अलग है. पिछले चुनाव में जहां करीब 70 ग्राम प्रधान निरक्षर चुनकर आये थे, वहीं इस बार यह संख्या घटकर महज 10 रह गयी है. इस बार चुनकर आये पढ़े लिखे प्रधानों की बात करें तो 37 प्रधान तो ऐसे है जो हायर एजुकेशन प्राप्त हैं. यानी ये परास्नातक शिक्षा प्राप्त हैं.

इसके अलावा 88 ग्राम प्रधान ऐसे है जो स्नातक है. कक्षा पांच से लेकर इंटरमीडिएट तक की शिक्षा प्राप्त प्रधानों की संख्या 393 है. कुछ प्रधान तो इंजीनियरिंग और बीसीए तक की पढ़ाई कर प्रधान बने है. ग्रामीणों को उम्मीद है कि पढ़े लिखे ग्राम प्रधानों के चुने जाने से उनके गांव का विकास होगा.

इस बार पढ़े-लिखे युवाओं के हाथों में है गांव की सरकार की बागडोर

यह भी पढ़ें : गरीबों का अनाज डकारता था राशन डीलर, एफआईआर दर्ज


युवाओं में प्रधान पद के प्रति बढ़ा क्रेज

ग्राम पंचायत के इन चुनावों में युवाओं का प्रधानी के प्रति भी क्रेज बढ़ा है. ग्राम पंचायत बेंदी में ग्राम प्रधान चुनी गयीं वंशिका राज शर्मा की उम्र महज 23 साल है. वह जिले की सबसे युवा ग्राम प्रधान है. ETV भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह चाहतीं है कि गांव का विकास हो.

बताया कि वह बीसीए करने के बाद नौकरी करना चाहती थीं लेकिन ग्रामीण इलाके के विकास के मकसद से उन्होंने प्रधान का चुनाव लड़ने का फैसला लिया. अब जीत चुकी है तो गांव का विकास भी तेजी से कराएंगी. 25 व 26 मई को शपथ ग्रहण के बाद गावों में इन नव निर्वाचित प्रधानों की सरकार पदारूढ़ हो जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.