ETV Bharat / state

किसान महापंचायत में भानु प्रताप ने कहा- मांगे न मानने पर किसान करेंगे बीजेपी का पत्ता साफ ! - फिरोजाबाद किसान महापंचायत

यूपी के फिरोजाबाद जनपद में चल रहा भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष भानु प्रताप की भूख हड़ताल, महापंचायत के बाद मंगलवार की देर शाम खत्म हो गयी. इस दौरान ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा- उनकी जो मांगें हैं, उन्हें सरकार पूरा करे, नहीं तो किसान बीजेपी का पत्ता साफ करने का काम करेंगे.

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह
author img

By

Published : Jan 4, 2022, 5:37 PM IST

फिरोजाबाद : जनपद फिरोजाबाद में चल रहा भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष भानु प्रताप की भूख हड़ताल, महापंचायत के बाद मंगलवार की देर शाम खत्म हो गयी. इससे पहले हुई किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने कहा कि किसानों से जुड़ी उनकी जो मांगें हैं, उनको अगर सरकार नहीं मानेगी तो किसान बीजेपी का पत्ता साफ करने का काम करेंगे.

दरअसल, भारतीय किसान यूनियन के भानु गुट ने तीन अक्टूबर को अपने प्रदेश कार्यालय इमलिया उम्मरगढ़ गांव में एक महापंचायत का आयोजन किया था. इस महापंचायत में प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा और यूपी सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शिरकत की थी. इस महापंचायत में जहां एक तरफ भानु गुट ने किसानों की समस्याओं को उठाया था और उनके निराकरण की मांग की थी.

वहीं महापंचायत में आये उप मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री ने भी किसान यूनियन के नेताओं को भरोसा दिया था कि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा. लेकिन महापंचायत को काफी समय बीत चुका है, बावजूद इसके यूनियन की किसी मांग को पूरा न करने पर किसान यूनियन का भानू गुट सरकार से नाराज है. खुद प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह अपने कई समर्थक किसानों के साथ बीते सात दिनों से प्रदेश कार्यालय पर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे.

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह

उनका कहना था कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानेगी, उनका यह अनशन जारी रहेगा. उन्होंने तीन दिसम्बर को किसानों की महापंचायत भी बुलाई थी. इस महापंचायत में किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानू प्रताप सिंह ने कहा कि उनकी जो मांग है, उन्हें सरकार पूरा करे. किसान नेताओं की संपत्ति की सीबीआई जांच हो. अगर किसी की संपत्ति आय से अधिक पायी जाती है तो उस नेता की संपत्ति सरकारी खजाने में जमा करायी जाय, साथ ही उसे जेल में डाल जाय.

इसे भी पढ़ें- यूपी विधानसभा चुनाव 2022: हर पोलिंग बूथ पर लगेगी वीवीपैट मशीनें


यह है किसान यूनियन की मांग

किसान यूनियन की मांग के मुताबिक- किसान आयोग का गठन किया जाय, जिसका अध्यक्ष किसी किसान को ही बनाया जाय और उसे फसलों की एमएसपी तय करने का अधिकार मिले. बुजुर्ग किसानों को पेंशन दिया जाय. किसानों का कर्जा माफ किया जाय. फिरोजाबाद और एटा में आलू प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की जाय. किसानों को फ्री बिजली मिले. किसान नेताओं की संपत्ति की जांच हो.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

फिरोजाबाद : जनपद फिरोजाबाद में चल रहा भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष भानु प्रताप की भूख हड़ताल, महापंचायत के बाद मंगलवार की देर शाम खत्म हो गयी. इससे पहले हुई किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने कहा कि किसानों से जुड़ी उनकी जो मांगें हैं, उनको अगर सरकार नहीं मानेगी तो किसान बीजेपी का पत्ता साफ करने का काम करेंगे.

दरअसल, भारतीय किसान यूनियन के भानु गुट ने तीन अक्टूबर को अपने प्रदेश कार्यालय इमलिया उम्मरगढ़ गांव में एक महापंचायत का आयोजन किया था. इस महापंचायत में प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा और यूपी सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शिरकत की थी. इस महापंचायत में जहां एक तरफ भानु गुट ने किसानों की समस्याओं को उठाया था और उनके निराकरण की मांग की थी.

वहीं महापंचायत में आये उप मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री ने भी किसान यूनियन के नेताओं को भरोसा दिया था कि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा. लेकिन महापंचायत को काफी समय बीत चुका है, बावजूद इसके यूनियन की किसी मांग को पूरा न करने पर किसान यूनियन का भानू गुट सरकार से नाराज है. खुद प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह अपने कई समर्थक किसानों के साथ बीते सात दिनों से प्रदेश कार्यालय पर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे.

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह

उनका कहना था कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानेगी, उनका यह अनशन जारी रहेगा. उन्होंने तीन दिसम्बर को किसानों की महापंचायत भी बुलाई थी. इस महापंचायत में किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानू प्रताप सिंह ने कहा कि उनकी जो मांग है, उन्हें सरकार पूरा करे. किसान नेताओं की संपत्ति की सीबीआई जांच हो. अगर किसी की संपत्ति आय से अधिक पायी जाती है तो उस नेता की संपत्ति सरकारी खजाने में जमा करायी जाय, साथ ही उसे जेल में डाल जाय.

इसे भी पढ़ें- यूपी विधानसभा चुनाव 2022: हर पोलिंग बूथ पर लगेगी वीवीपैट मशीनें


यह है किसान यूनियन की मांग

किसान यूनियन की मांग के मुताबिक- किसान आयोग का गठन किया जाय, जिसका अध्यक्ष किसी किसान को ही बनाया जाय और उसे फसलों की एमएसपी तय करने का अधिकार मिले. बुजुर्ग किसानों को पेंशन दिया जाय. किसानों का कर्जा माफ किया जाय. फिरोजाबाद और एटा में आलू प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की जाय. किसानों को फ्री बिजली मिले. किसान नेताओं की संपत्ति की जांच हो.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.