फिरोजाबाद: जिले की पहचान न केवल देश, बल्कि विदेशों में भी है. देश भर में तो यह शहर चूड़ियों के शहर के नाम से जाना जाता है. इसकी वजह है कि देश भर में फिरोजाबाद में ही चूड़ियों का निर्माण होता है. यहां कुछ कांच के आइटम भी बनते हैं, जिनका इटली, स्पेन, अमेरिका, कनाडा इसके अलावा भी अन्य तमाम देशों में निर्यात होता है. फिरोजाबाद में करीब 400 कारखानों में चूड़ियों और ग्लास से बने आइटम का निर्माण होता है. करीब 200 एक्सपोर्टर इस काम से जुड़े हैं. 100 एक्सपोर्टर सीधे और इतने ही अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं.
आर्थिक मंदी के बाद भी विदेशों में सुनाई देगी फिरोजाबाद के कांच की खनक - विदेशों में सुनाई देगी फिरोजाबाद के कांच की खनक
यूपी के फिरोजाबाद में बेशक विश्वव्यापी आर्थिक मंदी रही हो, लेकिन फिरोजाबाद के कांच उत्पादों की चमक और खनक इस बार भी क्रिसमस के मौके पर विदेशों में भी देखने को मिलेगी. हालांकि यह भी सत्य है कि निर्यात में इस साल भारी कमी आयी है, लेकिन इतने मुश्किल समय के बाद भी विदेशों में कांच के आइटमों और सुहाग नगरी की खनक कम नहीं हुई है.
फिरोजाबाद: जिले की पहचान न केवल देश, बल्कि विदेशों में भी है. देश भर में तो यह शहर चूड़ियों के शहर के नाम से जाना जाता है. इसकी वजह है कि देश भर में फिरोजाबाद में ही चूड़ियों का निर्माण होता है. यहां कुछ कांच के आइटम भी बनते हैं, जिनका इटली, स्पेन, अमेरिका, कनाडा इसके अलावा भी अन्य तमाम देशों में निर्यात होता है. फिरोजाबाद में करीब 400 कारखानों में चूड़ियों और ग्लास से बने आइटम का निर्माण होता है. करीब 200 एक्सपोर्टर इस काम से जुड़े हैं. 100 एक्सपोर्टर सीधे और इतने ही अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं.