फिरोजाबादः जिला जेल में बंद कुछ कैदियों और बंदियों की बदौलत जिला कारागार शिक्षा का हब बन चुका है. जेल में बंद 13 लोग कारागार के अंदर ही 300 बंदियों को शिक्षा दे रहे हैं. शनिवार को शिक्षक दिवस के मौके पर इन 13 लोगों को कारागार प्रशासन ने सम्मानित भी किया. जेल में कैदियों और बंदियों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कई तरह के कोर्स संचालित किए जा रहे हैं.
जेल का नाम सामने आते ही लोगों के मन में कैद खाने और यातनागृह की याद ताजा हो जाती है, लेकिन फिरोजाबाद का जिला कारागार सुधार गृह भी बन गया है. खासकर शिक्षा के मामले में तो जेल ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. यह सब जेल में बंद 13 उन बंदियों की वजह से हुआ है जो जेल में अन्य बंदियों को शिक्षा देने का काम कर रहे हैं. कक्षा एक से लेकर स्नातक तक की शिक्षा यहां दी जाती है, साथ ही जिला जेल में इग्नू का स्टडी सेंटर भी खुल गया है, जहां व्यवसायिक शिक्षा भी दिया जाना प्रस्तावित है.
जेल अधीक्षक अकरम खान ने बताया कि जो लोग शिक्षक की भूमिका में हैं, उन्हें 25 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से पारश्रमिक दिया जाता है. जेल अधीक्षक ने बताया है कि अब तक जेल में बंद करीब दो हजार कैदियों को साक्षर किया जा चुका है. जिन लोगों ने शिक्षक की भूमिका निभाई है उन्हें आज शिक्षक दिवस के मौके पर सम्मानित किया गया है. कोरोना महामारी के चलते कार्यक्रम को बेहद संक्षिप्त किया गया.