फिरोजाबाद: विद्युत विभाग उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं देने की दिशा में निरंतर प्रयास कर रहा है. विद्युत उपकरण व लाइनों की मरम्मत के लिए आए दिन शटडाउन कराए जाते हैं. इस दौरान उपभोक्ताओं को यह पता नहीं होता कि कितने घंटे बाद बिजली आएगी. इस समस्या के निदान के लिए विद्युत विभाग द्वारा वाट्सएप ग्रुप से अधिक से अधिक उपभोक्ताओं को जोड़ने की पहल शुरू की जा रही है.
उपभोक्ताओं को नहीं मिल पाती जानकारी
प्रदेश सरकार हर जिला मुख्यालय पर 24 घंटे बिजली देने का दावा कर रही है. यह भी दावा किया जा रहा है कि ग्रामीण इलाकों में बिजली सप्लाई 18 घण्टे तक रहती है, लेकिन सरकार का यह दावा झूठा साबित हो रहा है. ग्रामीण इलाकों में आए दिन घण्टों तक बिजली गुल रहती है. इस दौरान उपभोक्ताओं को यह जानकारी नहीं मिल पाती कि कब तक बिजली आएगी. घंटों बिजली न आने पर उपभोक्ता लगातार अधिकारी, कर्मचारियों को फोन करते रहते हैं. इसमें तमाम उपभोक्ताओं के फोन तक रिसीव नहीं हो पाते.
हर उपभोक्ता तक पहुंचेगी जानकारी
इस समस्या के निदान के लिए विद्युत विभाग ने विशेष पहल की है. विभाग हर उपभोक्ता का नंबर अपने रिकॉर्ड में सुरक्षित कर रहा है. विभाग की मंशा है कि हर उपभोक्ता तक बिजली कटौती की जानकारी शेयर की जाए. वाट्सएप ग्रुप से अधिक से अधिक उपभोक्ताओं को जोड़ने की पहल शुरू की जा रही है.
70 फीसदी उपभोक्ताओं के नंबर हो चुके जमा
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता ग्रामीण एके वर्मा का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में 2 लाख 40 हजार उपभोक्ता हैं. इनके नंबर इकट्ठे किये जा रहे हैं. फिलहाल 70 फीसदी उपभोक्ताओं के नंबर इकट्ठे भी किए जा चुके है. उन्होंने बताया कि विभाग पारदर्शिता बनाए रखने के उद्देश्य से उपभोक्ताओं के फोन पर मैसेज भेज कर बिजली कटौती की जानकारी देगा. साथ ही यह भी बताएगा कि कारण क्या है और कब तक सप्लाई सुचारू होने की संभावना है.