फिरोजाबाद: यूपी के फिरोजाबाद जनपद में कोविड वेक्सीनेशन में फर्जीवाड़े की शिकायतों के बाद अब बूस्टर डोज लगवाने में भी फर्जीवाड़ा सामने आया है. दरअसल, इलाके की एक ऐसी बुजुर्ग महिला को कागजों पर 7 अगस्त को बूस्टर डोज लगा दी गई, जिसकी मौत मार्च महीने में हो गई थी. फिलहाल इस मामले में सीएमओ ने जांच की बात कही है. ऐसे ही कुछ अन्य मामले में भी प्रकाश में आने की चर्चा है। जहां बिना टीकाकरण हुए ही लोगों के फोन पर मैसेज आ गए.
फिरोजाबाद जनपद एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. यहां एक्टिव केसों की संख्या फिर से 58 हो गई है. ऐसे में लोगों को इस बीमारी से बचाने के लिए जनपद में इन दिनों बूस्टर डोज लगाने का अभियान चल रहा है.
रविवार को फिरोजाबाद जनपद के 321 स्थानों पर कैम्प लगाकर 27 हजार लोगों को बूस्टर (प्रीकॉशन) डोज लगाने का लक्ष्य तय किया गया. आंकड़ों में जिले में 27,200 लोगों को बूस्टर डोज लग भी गई. इसी में एक ऐसी महिला (अनार देवी पत्नी सदानंद ) को भी डोज लगने का संदेश आया, जिनकी मृत्यु 17 मार्च 2022 को मौत हो गई थी.
मृतक महिला अनार देवी पत्नी सदानंद के बेटे के मोबाइल पर महिला के बूस्टर डोज लगाने का मैसेज आया तो घर वाले चौंक गए. क्योंकि मैसेज 7 अगस्त को आया था और महिला की मौत 17 मार्च को ही हो चुकी है. महिला के परिजनों ने इस आशय की शिकायत एका के स्वास्थ्य केंद्र पर की है. इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी ने कहा है कि यह लापरवाही किस स्तर से हुई है. इसकी जांच कराई जाएगी.
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