फिरोजाबाद: जनपद में लगभग एक माह पहले एक निर्दयी पिता ने अपनी ही दिव्यांग बच्ची की हत्या कर उसके शव को तालाब में फेंक दिया था. इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी पिता को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. वहीं, बच्ची की मां को भी पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया.
शिकोहाबाद थाना प्रभारी अनिल कुमार के मुताबिक, 25 अक्टूबर को शिकोहाबाद के लक्ष्मी नगर बोझिया हाईवे के पास तालाब से 4-5 साल की एक बच्ची का शव बरामद हुआ था, जो दिव्यंग थी. पुलिस के काफी प्रयासों के बाद बालिका की पहचान राधा के रूप में हुई, जो बोझिया मोहल्ले की ही रहने वाली थी. पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए बालिका के पिता बिजेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. बिजेंद्र ने पुलिस को बताया था कि उसने रेखा नामक महिला से प्रेम विवाह किया था. बिजेंद्र और रेखा के दो बच्चे थे, जिनमें एक लड़का था और एक दिव्यांग लड़की थी.
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कोविड काल में रेखा अपने पति बिजेंद्र को छोड़कर अपने जीजा देशराज निवासी गांव खेरी मौजा कुढीना थाना सिरसागंज के साथ चली गई थी. बाद में उसने उससे शादी भी कर ली थी. रेखा लड़के को तो अपने साथ ले गई थी. लेकिन, दिव्यांग रेखा को कुछ दिन बाद लावारिस हालत में एक मंदिर में छोड़ गई थी. किसी ग्रामीण ने इसकी सूचना बच्ची के पिता को दी. पिता बच्ची को अपने घर ले आया. पिता दिव्यांग बेटी का पालन पोषण नहीं कर पा रहा था, जिसकी वजह से उसने बेटी की हत्या कर दी.
थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में रेखा को भी धारा 317 के तहत जेल भेज दिया गया है. धारा 317 नाबालिग के परित्याग करने पर लगती है. रेखा अगर बालिका का परित्याग नहीं करती, तो शायद बालिका की हत्या नहीं होती. पुलिस ने रेखा को मंगलवार को सुभाष तिराहे से गिरफ्तार कर लिया.