फिरोजाबाद: जनपद की एका थाना पुलिस ने जलसाजी के मामले में फरार चल रहे एक शातिर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस शातिर के तीन साथी लगभग दो माह पहले जेल जा चुके हैं. इन सभी ने एका शहर में रहने वाले एक ज्वेलर्स को एनजीओ रजिस्टर्ड करने और उसे विदेशी फंडिंग करने का लालच देकर लगभग 64 लाख रुपये की ठगी कर ली थी. इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपियो की तलाश कर रही थी.
एका थानाध्यक्ष अंजीश कुमार के मुताबिक एका कस्बे के ही रहने वाले राहुल गुप्ता की कस्बे में ज्वेलरी की दुकान है. राहुल गुप्ता किसी तरह जनपद हाथरस के रहने वाले दीपेश चौधरी उर्फ फौजी के संपर्क में आए. राहुल गुप्ता एक एनजीओ का रजिस्ट्रेशन करना चाहते थे. लिहाजा दीपेश ने उन्हें झांसा दिया कि आरबीआई में कार्यरत अधिकारी उसके संपर्क में है. उनसे मिलकर न केवल एनजीओ का रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है, बल्कि विदेशी फंडिंग भी करा दी जाएगी. राहुल गुप्ता जालसाजों के झांसे में आ गये.
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दीपेश ने राहुल का संपर्क अमित मुटरेजा निवासी जवाहर नगर जयपुर राजस्थान से कराया. दीपेश और अमित मुटरेजा ने राहुल को अपने जाल में फंसाने के लिए कुछ और लोगों को इसमें शामिल किया और उन्हें दिल्ली स्थित एक कार्यालय में बुलाया. जहां राहुल को विदेशी कंपनी से 13 करोड़ रुपये का फंड दिलाने का झांसा दिया गया. इसके बदले उनसे 59 लाख की नगदी के साथ-साथ कुछ आभूषण भी ले लिए गए. इस तरह कुल मिलाकर 64 लख रुपये की ठगी कर ली गई.
राहुल को जब इस बात का आभास हुआ कि उसके साथ ठगी हुई है तो उसने पुलिस में इस मामले की शिकायत की. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दीपेश उसके भाई सुनील निवासी जनपद हाथरस, अमित मुटरेजा निवासी जयपुर को गिरफ्तार कर लिया था. इनसे नगदी के साथ-साथ आभूषण और लग्जरी गाड़ियां भी बरामद की थीं. कुछ अभियुक्त फरार भी हो गए थे. जिनमें से एक का नाम ओमवीर प्रजापति था, जो कि राजस्थान के भिवाड़ी जनपद का रहने वाला है. पुलिस ने ओमवीर को मंगलवार सीएमओ कार्यालय के पास से गिरफ्तार कर लिया है. थानाध्यक्ष ने बताया कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास किया जा रहा हैं.
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