फिरोजाबादः राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत शुक्रवार को जिले में मेगा मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. यह शिविर शिकोहाबाद इलाके की धनपुरा सीएचसी पर लगा. इसमें पूरे क्षेत्र से आंगनबाड़ी और आशा बहुएं आईं. इन्हें विशेषज्ञों ने प्रशिक्षित किया. प्रशिक्षण में समझाया गया कि वह इलाके में जाकर इस बात का पता लगाएं कि कोई मानसिक रोगी तो नहीं है, जो इलाज की बजाय भूत-प्रेत के चक्कर में पड़कर झाड़-फूंक करा रहा हो. उन्हें बताएं कि यह एक मानसिक रोग है न कि भूत प्रेत का साया और ऐसे लोगों को इलाज के लिए प्रेरित करें.
इसे भी पढ़ेंः सिर्फ बोलने से नहीं खत्म होगी टीबी, करना होगा काम : राज्यपाल
जानिए क्या होती है मानसिक बीमारी
आशा और आंगनबाड़ी को यह भी बताया गया कि मानसिक रोगों के क्या-क्या लक्षण हो सकते हैं, जिनमें ज्यादा सोना, ज्यादा जागना या फिर रात में नींद का टूटना, सिर दर्द, नकारात्मक विचारों का आना, आत्महत्या का विचार आना, गुस्सा और चिड़चिड़ापन यह सभी मानसिक रोगों के ही लक्षण हैं. ऐसे रोगियों की पहचान कर उन्हें इलाज के लिए प्रेरित करना चाहिए. कार्यक्रम के नोडल अफसर एसीएमओ डॉ. फारुख अहमद ने बताया कि ऐसा आयोजन साल में एक बार आयोजित होता है.