फिरोजाबाद: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर रामचरितमानस विवाद के बाद दर्ज हुए मुकदमे को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज की है. उन्होंने कहा कि यह भाजपा है, किसी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करा सकती है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अगर आप भी सच्ची खबर दिखाएंगे तो आपके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हो सकती है.
उन्होंने यह भी कहा कि हम भगवान विष्णु के सभी अवतारों को मानते हैं. उनकी पूजा भी करते हैं. हमें ज्यादा ज्ञान नहीं है लेकिन, मुख्यमंत्री योगी हैं उन्हें यह बताना चाहिए कि समाज में शूद्र कौन है? इस बात को लेकर सदन में भी चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि जिस रामचरितमानस की चौपाई पर स्वामी प्रसाद मौर्य को आपत्ति है, उसे आप सुना दीजिए. अगर आज के दौर में आपको वह चौपाई अच्छी लगती है तो हम आपके साथ हैं.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार को फिरोजाबाद में थे. जहां उन्होंने पार्टी के पूर्व एमएलसी डॉ. दिलीप यादव के पुत्र के शादी समारोह में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह क्षेत्र समाजवादी पार्टी का गढ़ रहा है. कुछ परिस्थितियों को अगर छोड़ दिया जाए तो यहां के लोगों ने नेताजी की एक आवाज पर समाजवादियों की मदद की है. इस बार समाजवादी पार्टी न केवल फिरोजाबाद लोकसभा सीट बल्कि आसपास की सभी सीटें जीतेगी. मैनपुरी सीट को जिताने में फिरोजाबाद के लोगों का भी काफी योगदान रहा है, क्योंकि यहां के लोगों की तमाम रिश्तेदारी मैनपुरी में है.
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी केवल नाम बदल रही है और समाजवादी पार्टी द्वारा जो काम कराए गए उन पर अपने नेताओं की मूर्तियां लगा रही है. उन्होंने लखनऊ के इकाना स्टेडियम का जिक्र करते हुए कहा कि इसको समाजवादी सरकार ने बनवाया था लेकिन मौजूदा सरकार ने इसमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की मूर्ति लगा दी. हम इसके खिलाफ नहीं हैं लेकिन बटेश्वर में भी विकास होना चाहिए. वहां भी स्टेडियम या फिर यूनिवर्सिटी बननी चाहिए.
उन्होंने कहा कि सरकार महंगाई बेरोजगारी जैसे ज्वलंत मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देश की गिरती अर्थव्यवस्था पर भी चिंता जाहिर की. कहा कि जो शेयर मार्केट गिरा है उससे एक उद्योगपति जिसके बारे में सरकार दावा करती थी कि उनके प्रयास से कोई एक उद्योगपति दुनिया में नंबर 1 होने जा रहा है, उसकी हालत सबके सामने हैं. इससे न केवल पूरी दुनिया में हमारे उद्योगपतियों का नाम बदनाम होगा बल्कि बैंक के रुपए भी डूब जाएंगे.