फिरोजाबादः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को बीजेपी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सरकार पिछड़ों को उनका हक नहीं देना चाहती है, इसलिए वह जातीय जनगणना से बच रही है. बीजेपी अगर सरकार से हट जाए, तो समाजवादी लोग तीन महीने में जातीय जनगणना के काम को पूरा करा देंगें.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव रविवार को जिले के शिकोहाबाद में एक शादी समारोह में भाग लेने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने मौजूदा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा बीजेपी के लोग जातीय व्यवस्था को बढ़ावा दे रहे हैं. उन्होंने रामचरितमानस पर हुए विवाद के बारे में कहा कि कुछ सवाल ऐसे है, जिनके जबाब हजारों साल पहले भी नहीं मिले और आगे भी नहीं मिलेंगें.
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इन्वेस्टर्स समिट को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि आज हर जनपद में इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की जा रही है. लेकिन हकीकत तो यह है कि सरकार ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का काम किया है. सरकार जीडीपी का मतलब नहीं जानती है. उन्होंने कहा कि एमओयू तो हर प्रदेश में जहां-जहां समिट का आयोजन होता है, वहां साइन हो ही जाते है. लेकिन सवाल यह है कि सरकार इंडस्ट्री के लिए क्या व्यवस्था कर रही है. सरकार के पास सड़कों के गड्ढे तक भरने के लिए पैसे नहीं हैं. सांड पकड़ने तक के लिए पैसे नहीं हैं. नौकरी देने के लिए भी पैसे नहीं है, तो फिर इन्वेस्टर्स समिट का क्या मतलब है.
अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार पिछड़ों को जानबूझकर उनका हक नहीं देना चाहती है. इसलिए जातीय जनगणना से भाग रही है. सरकार यह बता दे कि किस यूनिवर्सिटी में पिछड़े वर्ग के कितने वाइस चांसलर हैं.