फतेहपुर: केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र फतेहपुर पहुंची. जहां उन्होंने बजट 2023 के संबंध में चर्चा की. वहीं, विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष पर धरना देने के अलावा कुछ नहीं बचा है.
भारत सरकार में ग्रामीण विकास, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने बजट पर चर्चा करते हुए आगे कहा कि इस बजट में जनता पर अतिरिक्त टैक्स लगाए बिना महंगाई को कंट्रोल किया गया है. इस बजट में सुरक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार से जुड़ी ज्यादातर योजनाएं की गई हैं. सरकार ने बजट में हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने का ऐलान भी किया है. जिससे शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य व्यवस्था बढ़ेगी.
केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार का बजट सुरक्षित पर्यावरण, ढांचागत विकास, आय में वृद्धि, हरित विकास, स्वास्थ्य, किसान और उपज, युवा विकास, उद्योग को बढ़ाने वाला बजट है. इससे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े वर्ग, महिलाओं, युवाओं, किसानों, एमएसएमई उद्यमियों के जीवन में बहुत परिवर्तन आएगा. 2014 से लेकर प्रतिवर्ष बजट की बढ़ोतरी हुई. इस बार तो बजट में विपक्ष को बोलने के लिए कोई मुद्दा ही नही मिला है.
विपक्ष के पास सड़क पर धरना देने के अलावा कुछ बचा ही नहीं है. ये बजट प्रधानमंत्री की दूरगामी सोच का नतीजा है. प्रधामनंत्री का अभिनन्दन और वित्तमंत्री निर्मला का आभार व्यक्त करती हूं. लोगों की मांग थी, इसीलिए 7 लाख तक की छूट टैक्स में दी गई है. इसके ऊपर भी टैक्स भरने वालों को छूट दी गई है. महिलाओं और किसानों को इस बजट से लाभ मिलेगा. इस बार बजट में जलजीवन मिशन में विशेष ध्यान दिया गया है. महिलाओं, शिक्षा, स्वास्थ्य पर विशेष फोकस किया गया है. भाजपा ही अन्ना जानवरों के लिए व्यवस्था कर रही है, गौशालाओं को खोल रही है.
कारगिल मुद्दे पर केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन का बयान:केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा पाकिस्तान से बात तो अटल जी ने भी की थी, जिसका नतीजा कारगिल युद्ध हुआ था. मोदी जी आंख में आंख डालकर बात करने में विश्वास करते हैं. वह कहते हैं कि आंख झुकाकर बात नहीं करेंगे.
भारतीय जनता पार्टी की सरकार ही है जो गौ शालाओं की व्यवस्था कर रही है. दूसरी सरकारों के समय में भी आवारा पशु घूम रहे थे और फसलें उजड़ रही थी. गौशालाओं पर वो इसीलिए ध्यान नहीं दे पा रहे थे, क्योंकि एक वर्ग नाराज हो जाता. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि हम किसी वर्ग को नाराज करने के लिए नहीं किसानों के हित के लिए गौशालाएं खोल रहे हैं. जहां जरूरत पड़ेगी वहां पर गौशालाएं खोलेंगे. इसके लिए प्रदेश और केंद्र दोनों सरकारों ने समर्थन देते हुए बजट भी आवांटित किया है. इसके लिए गौ सेवा आयोग का गठन किया है. वहीं, केंद्र सरकार गोवर्धन योजना ला रही है.