फतेहपुर : जिले के नहर कॉलोनी में राष्ट्रीय संविधान जागरूकता समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने सत्ता पक्ष व हिंदूवादी संगठनों पर निशाना साधा. महासचिव ने राम मंदिर निर्माण और भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर केंद्र व राज्य दोनों सरकारों को घेरा. उन्होंने कहा कि भगवान राम हजारों साल से पूजनीय हैं. उनकी प्राण प्रतिष्ठा की क्या जरूरत है, यह महज एक ड्रामा है.
साधु-संतों पर निकाली भड़ास : मीडिया से बातचीत में सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या ने उन साधु-संतों पर भी भड़ास निकाली जिन्होंने उनका सिर कलम करने पर इनाम की घोषणा की थी. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह सब साधु-संत के भेष में आतंकी हैं. संत राम भद्राचार्य को सपा नेता ने आतंकवादी तक कह दिया. सपा नेता ने मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा पर भी सवाल खड़ा किया. कहा कि राम खुद भगवान हैं. करोड़ों लोगों की उनमें आस्था है. वे हजारों सालों से पूजे जाते रहे हैं. वह लोगों को जीवन देते हैं, उनकी प्राण प्रतिष्ठा करने की क्या जरूरत है. वे राम से खुद को बड़ा मानते हैं, इसीलिए प्राण प्रतिष्ठा कर रहे हैं. यह सब ड्रामा है. पीएम और सीएम वाहवाही लूट रहे हैं कि राम मंदिर हमने बनवाया. जबकि इसका श्रेय कोर्ट को मिलना चाहिए.
जेल में हनुमान चालीसा का पाठ का किया विरोध : सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने जनता से भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में मिट्टी में मिलाने का आह्रान किया. जेल में हनुमान चालीसा का पाठ कराए जाने के कारागार मंत्री के बयान का भी विरोध किया. कहा कि किसी भी सरकारी संस्थान में धर्म विशेष का कोई कार्यक्रम होना सांप्रदायिक हिंसा है. सपा नेता ने शीतकालीन सत्र में मोबाइल, पोस्टर और बैनर के रोक पर सरकार का समर्थन भी किया. केंद्र और राज्य सरकार पर आरक्षण को खत्म करने का आरोप लगाया. जांच एजेंसियों के जरिए विपक्ष की आवाज को दबाने की बात कही.
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