फतेहपुर: जिले में एक गांव से शुरू मच्छरजनित बीमारी पिछले दो महीनों में 30 से अधिक गांवों तक अपने पैर पसार चुकी है. स्वास्थ्य विभाग न तो बीमारी पर ही काबू पा रहा है और न ही लोगों के पलायन पर. बीमारी से ग्रसित लोग बराबर निजी अस्पतालों व बड़े महानगरों में जाकर अपना इलाज करवा रहे हैं. हालांकि इन गांवों में लोगों के स्वास्थ्य एवं मेडिकल टीम की स्थिति का जायजा सीएमओ स्वयं पहुंचकर कर रहे हैं.
मच्छर जनित बीमारियों से 60 से अधिक की हो चुकी हैं मौत
जिले में तेजी से फैल रही मच्छरजनित बीमारियों से लोगों को निजात दिलाने के लिए स्वास्थ्य टीमें अपना काम कर रही हैं, लेकिन अभी तक उन्हें सफलता हासिल नहीं हो सकी है. बीमारी का दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बिंदकी तहसील के अमौली विकास खंड के नोनारा व मंगलपुर टकौली जैसे गांवों से शुरू हुई बीमारी अब जिले के 30 से अधिक गांवों तक फैल चुकी है. इसमें अब तक 60 से अधिक लोग काल के गाल में समा चुके हैं, जबकि डेढ़ हजार के करीब लोग बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. इनमें काफी लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि बड़ी संख्या में लोग अभी भी बीमार हैं.
साफ सफाई का काम जोर शोर से चल रहा
ग्रामीणों के अंदर बीमारी का डर इस कदर बैठा गया है कि वह गांव से पलायन कर रहे हैं. बड़ी संख्या में लोग कानपुर में अपना इलाज करवा रहे हैं. जहां पर कई लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है. हालांकि इन गांवों में डीएम के आदेश के बाद सफाई कर्मचारी बारी-बारी से पहुंचकर साफ सफाई का कार्य कर रहे हैं. ग्राम प्रधान द्वारा भी व्यवस्थाओं पर नजर रखी जा रही है. बाहरी नालियों एवं घरों में एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है. इन गांवों में तालाब के किनारे फैली गंदगी, कचरे को गढ्ढे बनाकर उसमें डलवाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
कैंप लगाकर कर रहे हैं जांच
सीएमओ एसपी अग्रवाल भी गांवों का भ्रमण कर स्थितियों का जायजा लेते रहते हैं. मेडिकल टीमें लगातार गांवों में कैम्प लगाकर लोगों की जांच कर रही हैं, उन्हें जागरूक कर रही हैं. इन सब के बावजूद भी बीमारी को बढ़ने से रोक पाने में कहीं न कहीं स्वास्थ्य विभाग विफल नजर आ रहा है.