फतेहपुर: जनपद के सरकारी अस्पतालों में संसाधनों की भारी कमी है, जिसके चलते मरीजों का इलाज बेहतर तरीके से नहीं हो पाता है. संसाधन की कमी के चलते अक्सर समय से उचित इलाज न होने से छोटा सा रोग भी गम्भीर रूप धारण कर लेता है. इसीलिए अस्पतालों को 2 करोड़ 11 लाख रुपये के संसाधन खरीदने के लिए सीएसआर फंड दिया जा रहा है.
संसाधन खरीदने के लिए सीएसआर फंड
- संसाधनों की कमी के लिए सीएसआर फंड हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड दे रहा है.
- यहां सरकारी अस्पताल में संसाधनों की भारी कमी है.
- इसके चलते लोगों को इलाज के लिए मजबूरी में प्रयागराज या कानपुर जाना पड़ता है.
- जिलाधिकारी की पहल पर सीएसआर फंड से जिले की स्वास्थ्य विभाग में सुधार किया जा रहा है.
- विभिन्न प्रकार के मेडिकल उपकरण की खरीदारी 2 करोड़ 11 लाख रुपये से की जाएगी.
- जो जिला अस्पताल, सीएसी, पीएचसी समेत महिला चिकित्सालय में दिया जाएगा.
- इनके स्थापित होने पर दुर्घटना और हार्ड अटैक के मरीजों को रेफर करने के बजाय जिले में इलाज होगा.
अस्पतालों में क्या होंगा काम
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमौली ,जहानाबाद ,बिंदकी ,हथगाम और धाता में डिजिटल एक्स-रे की सेवा दी जाएगी.
- सीएचसी खागा ,बिंदकीस ,गाजीपुर ,हुसेनगंज ,हथगाम ,जहानाबाद में आरओ वाटर प्लांट होगा.
- 6 पैथालॉजी मैक्रोसपोप ,महिला अस्पताल की ओटी के लिए आटोक्लेव मशीन मिलेगी.
- 25 केबीए के 6 जनरेटर की खरीदारी होगी, जहां पावर बैकप की जरूरत है वहां दिया जाएगा.
- हृदय बंद होने पर पुनः चालू करने वाली मशीन, ओटी कार्डिक मानीटर, वाटर गीजर आदि मशीनें दी जाएगी.
क्या है कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड
- इस प्रक्रिया के तहत नान प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन कारपोरेट सेक्टर से वित्तीय सहायता और मदद प्राप्त करते हैं.
- कम्पनी अधिनियम 2013 के तहत प्रत्येक कम्पनी अपने शुद्ध लाभ का कम से कम 2 प्रतिशत धनराशि सीएसआर मद पर खर्च करना अनिवार्य है.
- सीएआर फंड के चिकित्सा विभाग में खरीदारी किया जाएगा.
- इसके लिए पैनल गठित गया है और लगभग पूरा कार्य हो चुका है.
- नए सत्र 2020 के पहले माह में संसाधनों को अस्पतालों में स्थापित कर दिया जाएगा.
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