फतेहपुर: दूध का उचित दाम न मिलने से परेशान डेयरी संचालक ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में दूध की धारा बहा दी. संचालक ने आरोप लगाया कि मदर डेयरी के कर्मचारी प्रतिदिन किसी न किसी कारण से दूध वापस कर देते हैं और उचित मूल्य नहीं देते. गौशाला 2015 में सरकार के कामधेनु योजना से बना है. इस पर पूरे दूध लेने का करार मदर डेयरी ने किया है.
डेयरी के कर्मचारी कर रहे है शोषण-
- डेयरी संचालक ने कामधेनु योजना के तहत ऋण लेकर अपने गांव में नंदिनी डेयरी के नाम से दूध डेयरी खोली थी.
- स्थानीय स्तर पर तैनात मदर डेयरी के कर्मचारी डेयरी संचालक का लगातार शोषण कर रहे हैं.
- परेशान डेयरी संचालक दूध की लागत भी नहीं निकाल पा रहा है.
- डेयरी संचालक का आरोप है कि मदर डेयरी के कर्मचारी सस्ते दाम पर दूध खरीद कर उसको खुले बाजार में बेच देते हैं.
मदर डेयरी के द्वारा दूध न लेने का मामला संज्ञान में आया है. दुग्ध विकास अधिकारी को बुलाया गया है. मामले का जांच कर, संबंधित कार्रवाई की जाएगी.
-संजीव सिंह,जिलाधिकारी