फतेहपुर: बहुजन समाज पार्टी से दो बार विधायक रहे सुखदेव प्रसाद वर्मा का मंगलवार को निधन हो गया. सुखदेव प्रसाद वर्मा की पत्नी का सोमवार को निधन हो गया था. एक दिन के अंतराल पर हुए पूर्व विधायक और उनकी पत्नी के निधन से उनके पैतृक गांव में मातम पसरा हुआ है. वहीं, उनके चाहने वालों को भी झटका लगा है.
बसपा से शुरू की थी राजनीति
जिले की बिंदकी तहसील के सिखट्टनपुर गांव के रहने वाले सुखदेव प्रसाद वर्मा ने बहुजन समाज पार्टी से राजनीति की शुरुआत की थी. 2007 में बिंदकी विधानसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे. उसके बाद 2012 में भी सुखदेव प्रसाद वर्मा इसी विधानसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर दोबारा विधायक चुने गए. लगातार 10 वर्षो तक बिंदकी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे सुखदेव प्रसाद को बहुजन समाज पार्टी ने 2017 के विधानसभा चुनावों में एक बार फिर अपना उम्मीदवार बनाया, लेकिन मोदी लहर के चलते इस बार भाजपा प्रत्याशी करन सिंह पटेल से हार गए थे.
2019 में बसपा और सपा ने बनाया था उम्मीदवार
2019 में हुए लोकसभा के आम चुनावों में बसपा और सपा के गठबंधन ने फतेहपुर लोकसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन सुखदेव प्रसाद वर्मा भाजपा की उम्मीदवार साध्वी निरंजन ज्योति से लोकसभा चुनाव हार गए थे. अपने चाहने वालों के बीच बाबूजी नाम से जाने जाने वाले सुखदेव प्रसाद वर्मा लगभग 15 दिन पहले बीमार हुए थे. इसके बाद उन्हें प्रयागराज के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसके बाद उनकी पत्नी भी बीमार पड़ गई थीं. कोरोना जैसे लक्षण पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए सुखदेव वर्मा और उनकी पत्नी की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी.
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प्रयागराज के निजी अस्पताल में भर्ती सुखदेव प्रसाद वर्मा की पत्नी निर्मला का निधन एक दिन पहले हुआ था. उनका अंतिम संस्कार सोमवार को हुआ था. उसके एक दिन बाद आज सुखदेव प्रसाद वर्मा का भी निधन हो गया. पूर्व विधायक और उनकी पत्नी की मौत का कारण कोरोना ही माना जा रहा है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.