फतेहपुर: कोविड-19 से बचाव के लिए लॉकडाउन-4 जारी कर दिया गया है. अचानक घोषित हुए लॉकडाउन से सभी आर्थिक और औद्योगिक इकाइयां ठप हो गई थी. इसके बाद गरीब, असहाय, मजदूरों, किसानों के सामने रोजगार को लेकर एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई थी. इससे उबरने के लिए पीएम मोदी ने देश को 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की सौगात दी है. इसमें 2 लाख करोड़ रुपये किसानों को समृद्ध बनाने के लिए घोषित किए गए हैं.
25 लाख बनाए जाएंगे केसीसी
किसानों के लिए घोषित पैकेज में करीब 25 लाख नए केसीसी बनाने के साथ-साथ मत्स्य पालन, पशुपालन, मधुमक्खी पालन समेत कई अन्य कृषि से जुड़े व्यवसायों को बढ़ावा देने के लिए बिना किसी गारंटी के ऋण उपलब्ध कराने की बात कही गई है. इससे किसान कृषि के साथ-साथ इन व्यवसायों के माध्यम से अपनी आमदनी को बढ़ा सकेंगे. साथ ही पिछले दो माह में लॉकडाउन के दौरान हुए नुकसान और आगे आने वाले समय में अपनी आय को बढ़ा पाएंगे.
उद्योगों को बढ़ावा देने पर बल
किसानों के लिए घोषित आर्थिक पैकेज में प्रमुख रूप से उन उद्योगों को बढ़ावा देने पर बल दिया गया है, जो किसी न किसी प्रकार से किसानों से सम्बद्ध हैं. इनमें जैसे डेयरी को बढ़ावा देने के लिए पशुपालन, शहद उत्पादन हेतु मत्स्य पालन के साथ ही आपरेशन ग्रीन की कमजोर कड़ियों को एयर अधिक सुदृढ़ बनाने पर विशेष जोर दिया गया है. इससे किसान अब बिना किसी परेशानी के अपनी उपज को किसी भी शहर ले जाकर बेचने के लिए स्वतंत्र होंगे.
किसानों के लिए सौगात
किसान ने बताया कि इस आपात समय में पीएम मोदी ने किसानों के लिए जो पैकेज दिया है, वह बहुत अच्छा है. इससे किसानों को काफी सहूलियत मिलेगी. उन्होंने इसके लिए पीएम मोदी का धन्यवाद भी किया. एक अन्य किसान ने बताया कि पीएम की ओर से दिया गया राहत पैकेज तो बहुत अच्छा है. साथ ही किसानों को लाभ देने वाला है, लेकिन यह पैकेज तभी सार्थक होगा जब यह आमजनता तक पहुंच जाए. यूं तो योजनाएं तो बहुत शुरू होती हैं, लेकिन उनका जमीनी स्तर पर कोई असर नहीं दिखाई देता.
इसके साथ ही एक युवा किसान देव नारायण ने बताया कि सरकार ने किसानों की समस्या का आकलन करके जो भी राहत पैकेज दिया गया है वह बहुत सराहनीय है. किसान मेहनत तो करता है, लेकिन पैसे न होने के कारण कई बार वह आगे नहीं बढ़ पाता. वहीं अब बिना गारंटी के लोन मिलने से वह और अच्छा कर पाएंगे.