फर्रुखाबाद: लॉकडाउन के कारण विभिन्न व्यवसायों से जुड़े लोगों का काम धंधा बंद हो गया है, लेकिन सब्जी का कारोबार जबर्दस्त फूलाफला है. पिछले एक माह में प्याज, टमाटर समेत कई सब्जियों के दामों में कमी आई है. हालांकि शादी ब्याह न होने और होटल और रेस्टोरेंट बंद होने का असर भी बाजार पर दिख रहा है.
कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को रोकने के लिए देश में 3 मई तक लॉकडाउन लागू है. ऐसे में छोटे व्यवसायों से जुड़े लोग, जिनके सामने परिवार का पेट पालने का संकट पैदा हो गया था. इनमें कबाड़ी, टैंपो, ट्रक और ई-रिक्शा चलाने वाले लोग अब सब्जियां बेच रहे हैं.
मजदूर बेच रहे सब्जियां
पिछले एक महीने में शहर में खुदरा सब्जी बेचने वालों की संख्या दो गुणा से ज्यादा बढ़ गई है. एक फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर ने बताया कि लॉकडाउन के कारण फैक्ट्री बंद हो गई. अब कमाई बची नहीं. परिवार में 8 सदस्य हैं. सब्जी बेचकर प्रतिदिन करीब 100-150 रुपये लेता हूं.
पिछले एक माह में सब्जियों के रेट में आई कमी
लॉकडाउन के दौरान पिछले एक माह में प्याज, टमाटर समेत कई सब्जियों के दामों में कमी आई है. वहीं मंडी के जानकारों का कहना है कि लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में ट्रकों के आने में परेशानी हो रही थी, जिससे मंडी में पर्याप्त माल नहीं था, लेकिन अब यह स्थिति नहीं है. बाहर की गाड़ियां अब आसानी से आ रही है.
मंडी में पर्याप्त सब्जी और फल उपलब्ध हैं. इसके अलावा शादी ब्याह का न होना और होटल, रेस्टोरेंट बंद होने का असर भी बाजार पर दिख रहा है. प्याज और टमाटर का भाव 20 रुपये प्रति किलो हो गया है.
मंडी में सब्जियों के दाम
सब्जियां | दाम (प्रति किलो) |
तरोई | 15-20 |
परवल | 38-40 |
कद्दू | 3-5 |
लौकी | 7-10 |
भिंडी | 20-25 |
मटर | 35-36 |
हरी मिर्च | 20-22 |
खीरा (देसी) | 5-6 |
प्याज | 10-15 |
आलू | 12-15 |
बीन्स | 20-22 |
टमाटर | 300-350 रुपये कैरेट |
फुटकर सब्जियों के दाम
सब्जियां | दाम (प्रति किलो) |
तरोई | 20-25 |
शिमला मिर्च | 30-35 |
परवल | 40-45 |
कद्दू | 7-10 |
लौकी | 15-20 |
भिंडी | 30-35 |
मटर | 40-42 |
हरी मिर्च | 25-30 |
खीरा | 15-20 |
प्याज | 20-25 |
आलू | 20-22 |
टमाटर | 30-35 |
बीन्स | 30-35 |
इसे भी पढ़ें- COVID-19: UP में कोरोना के 27 नए मामले आए सामने, आंकड़ा पहुंचा 2161