फर्रुखाबाद: अब बेटी के नाम पर घर के आंगन या बाहर लगे पेड़ से परिवार का एक अटूट रिश्ता जुड़ेगा. बेटियों और पौधों के संरक्षण की पुरानी परंपरा को संजीवनी देने के लिए जिलाधिकारी मोनिकारानी ने नई पहल की है. जनपद में 22,174 बेटियों वाले 12,000 परिवारों को चिन्हित किया गया है. परिवार बेटियों के नाम के इन पौधों को देखभाल करेंगे.
डीएम ने शुरू की सराहनीय पहल
- शासन ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के नारे के साथ सुमंगला योजना की शुरुआत की.
- परिवार की एक मात्र कन्या संतान के लिए के लिए सुमंगला योजना शुरू की गई.
- सुमंगला योजना में जिला प्रशासन ने पर्यावरण संरक्षण का नया आयाम जोड़ा है.
- डीएम के अनुसार एक बेटी या सिर्फ दो बेटी वाले परिवारों को चिन्हित कराया जा रहा है.
- लोगों के आंगन या घर के बाहर सहजन, आम या जामुन के पेड़ लगाए जाएंगे.
- घर में लगाए गए पौधे का नाम बेटी के नाम पर रखा जाएगा.
- जनपद में 22,174 बेटियों वाले 12,000 परिवारों को चिन्हित किया गया है.
- चिन्हित घरों पर पौधरोपण के लिए गड्ढे खोदने का काम तेजी से चल रहा है.