फर्रुखाबाद : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ने समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा है कि हारने वाला दगा कारतूस होता है, न कि जीतने वाला. राजभर सोमवार को जिले में थे. वह यहां पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में शामिल होने आए थे.
मुलायम सिंह का बयान याद दिलाया : सुभासपा अध्यक्ष राजभर ने मीडिया से बातचीत के दौरान सपा अध्यक्ष पर जमकर निशाना साधा. कहा कि मुलायम सिंह यादव का बयान मैंने पढ़ा है. जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में मैं पहला नेता हूं, जिसने अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाया है. हमारा बेटा जब हमारा नहीं हुआ, चाचा शिवपाल को मंत्री पद से हटा दिया तो वह देश में किसी का नहीं हो सकता.
चाचा शिवपाल भी हैं दलबदलू : राजभर ने कहा कि सपा 2017, 2019, 2022 में हार गई. जिला पंचायत चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा. हारने वाला तो दगा कारतूस होता ही है, न कि जीतने वाला. राजभर ने शिवपाल यादव पर भी निशाना साधा. कहा, दलबदलू तो अखिलेश यादव के चाचा भी हैं. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाने के बाद शिवपाल ने कहा था कि समाजवादी पार्टी में चोर-उचक्के शामिल हो गए हैं. गरीबों की जमीनों पर कब्जा करने वाले, शराब माफिया शामिल हो गए हैं.
सपा ने कभी पिछड़ों को नेता नहीं बनने दिया : राजभर ने कहा कि चार बार समाजवादी पार्टी की सरकार रही. कभी पिछड़ों को नेता नहीं बनने दिया, बल्कि उनका हक लूटा. उनका 25 का स्टाफ है तो 8 से 10 अपनी बिरादरी के ही बनाए. आज यह सब उजागर है.
सपा को रसातल में पहुंचाने में लगे हैं स्वामी प्रसाद मौर्य : सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को सपा को रसातल में पहुंचाने के लिए भेजा गया है. जब वह बसपा सरकार में चार बार मंत्री थे, तब उनको कुछ नहीं पता लगा. 5 साल भाजपा में मंत्री थे, तब सब ठीक था. उनके पहले बयान पर सपा में दो गुट हुए. फिर अखिलेश यादव को उसमें हस्तक्षेप करना पड़ा. फिर दूसरे बयान पर डिंपल को सामने आने पड़ा. तीसरे बयान पर प्रो. रामगोपाल को आगे आने पड़ रहा है.
यह भी पढ़ें : ओपी राजभर बोले, सत्ता से बेदखल होने के बाद भिखारियों की तरह भीख मांगती हैं पार्टियां
यह भी पढ़ें : ओमप्रकाश राजभर का बड़ा बयान, एनडीए में मंत्री बनने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता