फर्रुखाबाद: जिले में पांचाल घाट पर मां गंगा की रेती में बसी धर्म नगरी में गंगा तट पर गुरुवार को मंत्रोचार, हवन पूजन और दीपदान के साथ रामनगरिया मेले का उद्घाटन हुआ. इस आयोजन से भारतीय संस्कृति, धर्म और सभ्यता जीवंत हो उठी. जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने रामनगरिया मेले के गेट पर लगे फीते को काटकर इसका शुभारंभ किया. इस मौके पर गंगा के किनारे 21 हजार दीप जालए गए. साथ ही बनारस के संतों ने मां गंगा के तट पर भव्य आरती की.
कबूतर को उड़ा कर शांति का संदेश
जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने के साथ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने फीता काटकर मेले का उद्घाटन किया. वहीं आसमान में गुब्बारों के साथ कबूतर को उड़ा कर मेला परिसर में शांति का संदेश दिया गया. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने गंगा मैया की जय का नारा भी लगाया. मेला सकुशल संपन्न हो इसको लेकर अधिकारियों ने गंगा तट पर पूजन करने के साथ हवन में आहुति डाली. इस दौरान आचार्य श्याम जी, अभय तिवारी, अभय नारायण शुक्ला, शिव कुमार ने हवन-पूजन किया. वहीं गंगा आरती में आचार्य प्रदीप और नारायण शुक्ला ने मंत्रोच्चार किया.
गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए दीपदान
गंगा तट पर हाथ उठाकर अधर्म का नाश और राष्ट्र कल्याण की प्रार्थना की गई. इसके साथ ही गंगा को निर्मल और अविरल बनाने के संकल्प के साथ दीपदान किया गया. इसके साथ ही 'नमामि गंगे' तव पाद पंकजम और अन्य वेद मंत्रों के साथ हवन में आहुति दी गई. गंगा आरती के दौरान भागीरथी की निर्मलता और अविरलता को बताते हुए अधिकारी और गंगा भक्तों ने दीपदान किया. दीपों की मणियों से मां गंगा जगमगा उठी.
बता दें वहां मौजूद मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेंद्र सिया, एसडीएम सदर अनिल कुमार, सीओ राजवीर सिंह भास्कर द्विवेदी, पूर्व विधायक अरविंद प्रताप सिंह, संजय गर्ग, रवि मिश्रा, अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ, मेला व्यवस्थापक संदीप दीक्षित, रविंद्र भदोरिया, रहे. गंगा का घाट पर दीपदान के बाद छात्राओं ने गंगा के किनारे 'नमामि गंगे' दीपों से लिखा. अंधेरे में दीपक की पीली रोशनी से जगमग घाट को देखकर लगा मानो आसमान के तारे जमीन पर आ गए हो.
सत्ताधारी नेताओं का जमावड़ा नहीं रहा
रामनगरिया के शुभारंभ में प्रतिवर्ष सत्ताधारी नेताओं का जमावड़ा रहता था. लेकिन, इस वर्ष जिले के जनप्रतिनिधियों पर बीजेपी संगठन के कोई पदाधिकारी नजर नहीं आए. जिसे लेकर जिले के लोगों में चर्चा होती रही.