फर्रुखाबाद: जिले के अलीगंज निवासी रामलखन राजपूत फर्रुखाबाद कोतवाली क्षेत्र के आईटीआई चौराहे पर एक कोरियर सर्विस में डिपो इंचार्ज हैं. वह वर्तमान में फर्रुखाबाद कोतवाली के इटावा-बरेली हाईवे पर स्थित ग्राम पपियापुर निवासी वीरेंद्र राठौर के मकान में किराये पर रहते हैं. बुधवार दोपहर को अचानक एक अनियंत्रित ट्रैक्टर ने उनकी मासूम बच्ची को रौंद दिया. घायल बच्ची को परिजन लोहिया अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों नें उसे मृत घोषित कर दिया.
जानें पूरी घटना
बुधवार की दोपहर उसकी 6 वर्षीय पुत्री जानवी घर के बाहर खड़ी थी, तभी उसे तेज रफ्तार अनियंत्रित ट्रैक्टर ने कुचल दिया. इसके बाद परिजन उसे लोहिया अस्पताल ले गए, लेकिन लोहिया अस्पताल में जानवी को मृत घोषित कर दिया गया. मृतका की मां सूरज देवी का रो-रो कर बुरा हाल है.
सीमा विवाद में फंसा रहा मामला
दरअसल, जिस जगह पर घटना हुई, वहां फर्रुखाबाद कोतवाली और कोतवाली फतेहगढ़ की सीमा है. घटना के बाद शिकायत लेने से पुलिस आनाकानी कर रही थी, लेकिन बाद में आईटीआई चौकी इंचार्ज राजीव सिंह व सेन्ट्रल जेल चौकी इंचार्ज चौधरी लोहिया अस्पताल पहुंचे और उन्होंने पड़ताल की. इसके बाद पंचनामा सेन्ट्रल जेल चौकी इंचार्ज ने भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
अनियंत्रित ट्रैक्टर ने मासूम को रौंदा, मौत
यूपी के फर्रुखाबाद में बुधवार को एक अनियंत्रित ट्रैक्टर ने मासूम बच्ची को रौंद दिया. घायल बच्ची को परिजन अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
फर्रुखाबाद: जिले के अलीगंज निवासी रामलखन राजपूत फर्रुखाबाद कोतवाली क्षेत्र के आईटीआई चौराहे पर एक कोरियर सर्विस में डिपो इंचार्ज हैं. वह वर्तमान में फर्रुखाबाद कोतवाली के इटावा-बरेली हाईवे पर स्थित ग्राम पपियापुर निवासी वीरेंद्र राठौर के मकान में किराये पर रहते हैं. बुधवार दोपहर को अचानक एक अनियंत्रित ट्रैक्टर ने उनकी मासूम बच्ची को रौंद दिया. घायल बच्ची को परिजन लोहिया अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों नें उसे मृत घोषित कर दिया.
जानें पूरी घटना
बुधवार की दोपहर उसकी 6 वर्षीय पुत्री जानवी घर के बाहर खड़ी थी, तभी उसे तेज रफ्तार अनियंत्रित ट्रैक्टर ने कुचल दिया. इसके बाद परिजन उसे लोहिया अस्पताल ले गए, लेकिन लोहिया अस्पताल में जानवी को मृत घोषित कर दिया गया. मृतका की मां सूरज देवी का रो-रो कर बुरा हाल है.
सीमा विवाद में फंसा रहा मामला
दरअसल, जिस जगह पर घटना हुई, वहां फर्रुखाबाद कोतवाली और कोतवाली फतेहगढ़ की सीमा है. घटना के बाद शिकायत लेने से पुलिस आनाकानी कर रही थी, लेकिन बाद में आईटीआई चौकी इंचार्ज राजीव सिंह व सेन्ट्रल जेल चौकी इंचार्ज चौधरी लोहिया अस्पताल पहुंचे और उन्होंने पड़ताल की. इसके बाद पंचनामा सेन्ट्रल जेल चौकी इंचार्ज ने भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.