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फर्रुखाबाद: ड्यूटी से गायब मिले डॉक्टरों व कर्मचारियों का कटेगा एक दिन का वेतन - अस्पताल में कर्मचारियों का कटेगा एक दिन का वेतन

डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निरीक्षण के दौरान गायब मिले डॉक्टरों और कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटा जाएगा. सीडीओ और एसडीएम सदर के निरीक्षण के दौरान 13 डॉक्टर और 38 कर्मचारी अस्पताल से गायब मिले थे, जिसके बाद उनका वेतन काटने का आदेश जारी हुआ.

डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल.
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Published : Jun 28, 2019, 8:06 PM IST

फर्रुखाबाद: डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में सीडीओ के निरीक्षण के दौरान कई चिकित्सक और कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है. इसकी पुष्टि स्वयं सीएमओ डॉ. चंद्रशेखर ने की है. वहीं मामले की जांच रिपोर्ट कानपुर मंडल के कमिश्नर और शासन को भेजी गई है.

क्या है पूरा मामला:

  • फर्रुखाबाद में राम मनोहर लोहिया अस्पताल को जिला अस्पताल का दर्जा हासिल है.
  • यहां डॉक्टरों की ड्यूटी तीन शिफ्टों में लगती है.
  • अस्पताल में चिकित्सक और कर्मचारी अक्सर नदारद रहते हैं.
  • मरीजों को इलाज के लिए डॉक्टरों का घंटों इंतजार करना पड़ता है.
  • मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया और उप जिलाधिकारी सदर अमित आसेरी ने अस्पताल का निरीक्षण किया.
  • निरीक्षण के दौरान महिला चिकित्सालय का पूरा स्टाफ ही नदारद मिला.
    मामले की जानकारी देते सीएमओ डॉ. चंद्रशेखर.

जब सीएमएस के केबिन में सीडीओ हाजिरी रजिस्टर देखने पहुंचे थे तो उसमें सीएमएस के ही हस्ताक्षर नहीं मिले थे. डॉ. प्रदीप सिंह और डॉ. विवेक सक्सेना के साइन तो थे, लेकिन वह ड्यूटी पर नहीं थे. इस दौरान 13 डॉक्टर ड्यूटी से गैरहाजिर मिले. इसके अलावा 38 अन्य कर्मचारी भी अनुपस्थित मिले.

निरीक्षण के दौरान पूरे अस्पताल में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे थे और बेड पर चादर तक नहीं थी. दो दिन तक चली जांच के बाद रिपोर्ट कानपुर मंडल के कमिश्नर व शासन को भेज दी गई है. इस दौरान ड्यूटी से गायब रहने वाले कुल 51 डॉक्टरों व कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटे जाने का आदेश जारी किया गया है.

फर्रुखाबाद: डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में सीडीओ के निरीक्षण के दौरान कई चिकित्सक और कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है. इसकी पुष्टि स्वयं सीएमओ डॉ. चंद्रशेखर ने की है. वहीं मामले की जांच रिपोर्ट कानपुर मंडल के कमिश्नर और शासन को भेजी गई है.

क्या है पूरा मामला:

  • फर्रुखाबाद में राम मनोहर लोहिया अस्पताल को जिला अस्पताल का दर्जा हासिल है.
  • यहां डॉक्टरों की ड्यूटी तीन शिफ्टों में लगती है.
  • अस्पताल में चिकित्सक और कर्मचारी अक्सर नदारद रहते हैं.
  • मरीजों को इलाज के लिए डॉक्टरों का घंटों इंतजार करना पड़ता है.
  • मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया और उप जिलाधिकारी सदर अमित आसेरी ने अस्पताल का निरीक्षण किया.
  • निरीक्षण के दौरान महिला चिकित्सालय का पूरा स्टाफ ही नदारद मिला.
    मामले की जानकारी देते सीएमओ डॉ. चंद्रशेखर.

जब सीएमएस के केबिन में सीडीओ हाजिरी रजिस्टर देखने पहुंचे थे तो उसमें सीएमएस के ही हस्ताक्षर नहीं मिले थे. डॉ. प्रदीप सिंह और डॉ. विवेक सक्सेना के साइन तो थे, लेकिन वह ड्यूटी पर नहीं थे. इस दौरान 13 डॉक्टर ड्यूटी से गैरहाजिर मिले. इसके अलावा 38 अन्य कर्मचारी भी अनुपस्थित मिले.

निरीक्षण के दौरान पूरे अस्पताल में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे थे और बेड पर चादर तक नहीं थी. दो दिन तक चली जांच के बाद रिपोर्ट कानपुर मंडल के कमिश्नर व शासन को भेज दी गई है. इस दौरान ड्यूटी से गायब रहने वाले कुल 51 डॉक्टरों व कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटे जाने का आदेश जारी किया गया है.

Intro:एंकर- फर्रुखाबाद के डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल में सीडीओ के निरीक्षण के दौरान कई चिकित्सक और कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है. इसकी पुष्टि स्वयं सीएमओ डॉ. चंद्रशेखर ने की है. वहीं मामले की जांच रिपोर्ट कानपुर मंडल के कमिश्नर व शासन को भेजी गई है.


Body:वीओ- एक बार सरकारी नौकरी मिल जाए फिर क्या चिंता, सेवा के नाम पर सरकारी नौकरी करने वाले सभी कर्मियों और अफसरों का हाल अगर फर्रुखाबाद के डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल के जैसा हो जाए तो इस देश में जनता का लोकतंत्र से विश्वास ही खत्म हो जाएगा. फर्रुखाबाद में राम मनोहर लोहिया अस्पताल को जिला अस्पताल का दर्जा हासिल है. यहां डॉक्टरों की ड्यूटी तीन शिफ्टों में लगती है, लेकिन अस्पताल में चिकित्सक और कर्मचारी अक्सर नदारद रहते हैं, जिस कारण मरीजों को इलाज के लिए डॉक्टरों का घंटों इंतजार करना पड़ता है. बताते चलें कि मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.राजेंद्र पेंसिया और उप जिलाधिकारी सदर अमित आसेरी ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान पुरुष चिकित्सालय में चिकित्सक और कर्मचारी ही मिले थे. महिला चिकित्सालय का तो पूरा स्टाफ ही नदारद मिला था. इसके बाद जब सीएमएस के केबिन में सीडीओ हाजिरी रजिस्टर देखने पहुंचे थे तो उसमें सीएमएस के ही हस्ताक्षर नहीं मिले थे साथ ही डॉ. प्रदीप सिंह और डॉ. विवेक सक्सेना के साइन तो थे, लेकिन वह ड्यूटी पर नहीं थे. इस दौरान 13 डॉक्टर ड्यूटी से गैरहाजिर थे. इसके अलावा 38 अन्य कर्मचारी अनुपस्थित मिले. निरीक्षण के दौरान पूरे अस्पताल में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे थे और बेड पर चादर तक नहीं थी.


Conclusion:2 दिन तक चली जांच के बाद रिपोर्ट कानपुर मंडल के कमिश्नर व शासन को भेज दी गई है. इस दौरान ड्यूटी से गायब रहने वाले कुल 51 डॉक्टरों व कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटे जाने का आदेश जारी किया गया है.

बाइट- डॉ. चंद्रशेखर , सीएमओ
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