फर्रुखाबाद: जिले में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती के तहत नवनियुक्त शिक्षकों को मनचाहे स्कूल आवंटित नहीं हो सके हैं. ऑनलाइन प्रक्रिया होने के चलते दूसरे जिलों से आए शिक्षकों को स्कूल चयन में काफी दिक्कत हुई. महिलाओं के लिए बढ़पुर ब्लॉक के सिर्फ 40 स्कूलों की सूची खोली गई थी, जो बीते दिन ही भर गई.
स्कूल आवंटन की प्रक्रिया निर्धारित समय पर शुरू
दूसरे चरण में लगभग 250 से ज्यादा नवनियुक्त शिक्षकों के स्कूल आवंटन की प्रक्रिया निर्धारित समय पर शुरू हो गई. सुबह से ही शिक्षक बीएसए कार्यालय पहुंच गए. नवनियुक्त शिक्षक और उनके स्वजन मनचाहे स्कूल को लेकर कई दिनों से जुगाड़ में थे. कार्यालय के कर्मचारियों से मिलकर उन्हें सुविधा शुल्क भी दे चुके थे. लेकिन उन्हें भी निराशा ही हाथ लगी.
एक नवनियुक्त शिक्षक के स्वजन ने बताया कि कार्यालय के कर्मचारी को बढ़पुर ब्लॉक के एक स्कूल में तैनाती के लिए रुपये दिए थे. लेकिन जबतक काउंसलिंग हुई तबतक बढ़पुर ब्लॉक के स्कूल भर चुके थे. मजबूरी में मोहम्दाबाद ब्लॉक के स्कूल को चुनना पड़ा. वहीं जिला और ब्लॉक मुख्यालय से दूर के विद्यालयों का विकल्प देने पर कुछ महिला शिक्षकों और उनके साथ आए स्वजन ने ऐतराज जताया है.
ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत स्कूल आवंटित
वहीं अधिकारियों ने विरोध कर रहे लोगों को शांत कराते हुए कहा कि ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत ही स्कूल आवंटित किए जा रहे हैं. दूसरे जिलों से आए शिक्षकों को स्कूल चुनने में सबसे ज्यादा परेशानी आई है. क्योंकि विकल्प चुनने के दौरान उन्हें पता ही नहीं था कि कौन सा स्कूल कितनी दूर है और बढ़पुर ब्लॉक के 40 विद्यालयों की सूची खुली जो बीते दिन ही भर गई. बीआरसी बढ़पुर में चल रही स्कूल आवंटन प्रक्रिया के दौरान 35-35 शिक्षकों को ही प्रवेश दिया गया. बीएसए लालजी यादव ने बताया कि स्कूलों का आवंटन ऑनलाइन ही किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, सुविधा शुल्क लिए जाने की शिकायत यदि सही मिलती है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.