फर्रुखाबाद: चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद फर्रुखाबाद में गंगा किनारे बसे गांव में अलर्ट जारी कर दिया गया है. एसडीआरएफ टीम ने गंगा में नाव उतार कर हालात का जायजा लिया. चमोली में ग्लेशियर टूटने का असर पंचाल घाट में लगने वाले रामनगरिया मेले पर भी पड़ा है. ग्लेशियर टूटने के बाद गंगा का जलस्तर बढ़ने की आशंका से रामनगरिया मेले में हलचल मच गई. इसके बाद भी यहां पर पूजा-अर्चना जारी रही. हालांकि, एलर्ट जारी होने के बाद शाम को यहां दीपदान का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया. अगले 72 घंटों में गंगा का जलस्तर बढ़ने की आशंका है. इसलिए अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं. शासन से आदेश मिलने पर मेले को हटाया भी जा सकता है.
अलर्ट रहने के दिए निर्देश
चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलों के डीएम-एसपी को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. इसके चलते गंगा तट पर लगने वाले मिनी कुंभ मेले में 37 वीं वाहिनी पीएसी, कानपुर एसडीआरएफ टीम के जवान अलर्ट दिखाई दिए. सभी जवान गंगा नदी में पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं.
सभी रहें सतर्कः सीएम
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी ने यूपी के संबंधित विभागों और अधिकारियों को हाईअलर्ट पर रखा है. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के किनारे पड़ने वाले सभी जिलों के डीएम और एसपी को पूरी तरह सतर्क रहने की जरूरत है.
टीम लगातार ले रही जायजा
सीएम ने एसडीआरएफ को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. इसके चलते गंगा किनारे एसडीआरएफ टीम के प्रभारी कृपाराम ने बताया कि विभागीय स्तर पर कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं हुई है. सभी जवानों को अलर्ट पर रखा गया है. एसडीआरएफ की दोनों नाव गंगा नदी में चल रही हैं.
लोगों ने ली राहत की सांस
जिले में लोग मोबाइल और अन्य संपर्क सूत्रों से ग्लेशियर का पानी फर्रुखाबाद तक आने के बारे में जानकारी करते रहे. पूजा-अर्चना भंडारा, गंगा स्नान आदि कार्यक्रम भी जारी रहे. मौसम अच्छा होने के चलते लोगों ने गंगा स्नान का भी आनंद लिया. कल्पवासी साधु-संत अपने-अपने ढंग से सूचनाएं एकत्र करने में जुटे रहे. शाम तक जिला प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र खाली करने के संबंध में कोई निर्देश नहीं मिलने पर लोगों ने राहत की सांस ली.