फर्रूखाबाद: बच्चों को बंधक बनाने वाला शख्स सुभाष बाथम पुलिस एनकाउंटर में मारा गया. एनकाउंटर के बाद सभी 23 बच्चों को घर से बाहर निकाला गया. दहशत में बिताए गए 11 घंटे, शायद ही ये बच्चे अपने जीवन में कभी भूल पाएं.
तहखाने में किया था बच्चों को कैद
सुभाष ने अपनी बेटी के जन्मदिन के बहाने आसपास के बच्चों को बुलाकर घर में बने तहखाने में बधक बना लिया. 11 घंटे के बाद देर रात कैद से छुटे मासूम बच्चों ने अपने माता-पिता से अपना दर्द बयां किया.
बच्चों ने बयां किया दर्द
बच्चों ने बताया कि हैप्पी बर्थडे की बात कहकर सुभाष ने हम लोगों को बंद कर दिया था. वह कह रहा था कि अगर शोर मचाया तो बारूद से उड़ा देंगे. बच्चों ने कहा कि उन लोगों के पास दो बंदूक थी. भूख लगने पर उन्होंने सिर्फ बिस्कुट खिलाया था.
बताते चलें, एनकाउंटर में गांव करथिया निवासी आरोपी सुभाष की मौत हो गई, जबकि ग्रामीणों की पिटाई के कारण सुभाष की पत्नी की इलाज के दौरान मौत हो गई. इस बात की पुष्टि आईजी मोहित अग्रवाल ने की.