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फर्रुखाबाद: स्कूल भवन के नाम पर करोड़ों डकार गए मास्टर साहब

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिला में स्कूल भवन के नाम पर करोड़ों के फ्रॉड का मामला सामने आया है. मामले की शिकायत के बाद समिति गठित कर जांच कराई गई, जिसके बाद इस मामले का खुलासा हुआ. बीएसए ने 1 करोड़ 55 लाख रुपये की वसूली के लिए नोटिस जारी की है.

फर्रुखाबाद शिक्षा विभाग का घोटाला.
फर्रुखाबाद शिक्षा विभाग का घोटाला.
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Published : Oct 20, 2020, 10:54 AM IST

फर्रुखाबाद: बेसिक शिक्षा विभाग में भवन निर्माण के नाम पर अध्यापकों की मनमानी का पुराना इतिहास है. जिले में शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने नियमों को बताकर कई शिक्षकों को कई-कई भवन व अतिरिक्त कक्ष आवंटित कर दिए. यह भवन अधूरे पड़े हैं और धनराशि निकाली जा चुकी है. मामले की शिकायत के बाद समिति गठित कर जांच कराई गई, जिसके बाद इस घोटाले का पता लगा. चार स्कूल भवन व 26 अतिरिक्त कक्ष अधूरे होने पर 1 करोड़ 55 लाख रुपये की वसूली के बीएसए ने नोटिस जारी किए हैं.

क्या है पूरा मामला
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लालजी यादव के जारी किए नोटिस के अनुसार शमशाबाद विकासखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नगला कलार में तैनात प्रधानाध्यापक अवनीश त्रिपाठी को उच्च प्राथमिक दनिया हुसैनपुर प्राथमिक विद्यालय भवन भारत नगर, उच्च प्राथमिक विद्यालय बरझला में दो भवन तथा 14 अतिरिक्त कक्ष के निर्माण का प्रभारी बनाया गया था. विभाग की ओर से 88, 28, 774 रुपये बजट दिया गया. बढ़पुर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय गुजिलियाई में तैनात प्रधानाध्यापक प्रभात कुमार को 14.88 लाख रुपये की लागत के चार कक्षों के निर्माण की जिम्मेदारी दी गई थी.

वहीं मोहम्दाबाद के प्राथमिक विद्यालय उनासी में तैनात प्रधानाध्यापक अशेष कुमार को अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए 11.16 लाख रुपये बजट मिला था. प्राथमिक विद्यालय बीघा मऊ में तैनात प्रधानाध्यापक शिक्षक नेता विजय बहादुर यादव को प्राथमिक विद्यालय जसमापुर, ममरेजपुर नगला, विनायक दुनाया व तेरा गढ़िया में अतिरिक्त कक्षों के निर्माण के लिए 40.98 लाख रुपये आवंटित किए गए, लेकिन चारों प्रधानाध्यापकों ने निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया. बीएसए ने बताया कि मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर सभी को नोटिस जारी किए गए हैं.

फर्रुखाबाद: बेसिक शिक्षा विभाग में भवन निर्माण के नाम पर अध्यापकों की मनमानी का पुराना इतिहास है. जिले में शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने नियमों को बताकर कई शिक्षकों को कई-कई भवन व अतिरिक्त कक्ष आवंटित कर दिए. यह भवन अधूरे पड़े हैं और धनराशि निकाली जा चुकी है. मामले की शिकायत के बाद समिति गठित कर जांच कराई गई, जिसके बाद इस घोटाले का पता लगा. चार स्कूल भवन व 26 अतिरिक्त कक्ष अधूरे होने पर 1 करोड़ 55 लाख रुपये की वसूली के बीएसए ने नोटिस जारी किए हैं.

क्या है पूरा मामला
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लालजी यादव के जारी किए नोटिस के अनुसार शमशाबाद विकासखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नगला कलार में तैनात प्रधानाध्यापक अवनीश त्रिपाठी को उच्च प्राथमिक दनिया हुसैनपुर प्राथमिक विद्यालय भवन भारत नगर, उच्च प्राथमिक विद्यालय बरझला में दो भवन तथा 14 अतिरिक्त कक्ष के निर्माण का प्रभारी बनाया गया था. विभाग की ओर से 88, 28, 774 रुपये बजट दिया गया. बढ़पुर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय गुजिलियाई में तैनात प्रधानाध्यापक प्रभात कुमार को 14.88 लाख रुपये की लागत के चार कक्षों के निर्माण की जिम्मेदारी दी गई थी.

वहीं मोहम्दाबाद के प्राथमिक विद्यालय उनासी में तैनात प्रधानाध्यापक अशेष कुमार को अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए 11.16 लाख रुपये बजट मिला था. प्राथमिक विद्यालय बीघा मऊ में तैनात प्रधानाध्यापक शिक्षक नेता विजय बहादुर यादव को प्राथमिक विद्यालय जसमापुर, ममरेजपुर नगला, विनायक दुनाया व तेरा गढ़िया में अतिरिक्त कक्षों के निर्माण के लिए 40.98 लाख रुपये आवंटित किए गए, लेकिन चारों प्रधानाध्यापकों ने निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया. बीएसए ने बताया कि मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर सभी को नोटिस जारी किए गए हैं.

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