फर्रुखाबाद: दिन में गर्मी और रात में ठंड पड़ने से उतार-चढ़ाव के कारण संक्रामक बीमारियां फैल रही हैं. इसमें मच्छरों का आतंक के कारण बुखार का प्रकोप अधिक फैल रहा है. मलेरिया और डेंगू से भी लोग पीड़ित हो रहे हैं. लेकिन स्वास्थ्य विभाग बेखबर है. ऐसे ही बुखार से पीड़ित सरकारी समिति के लिपिक की मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि उन्हें चिकित्सकों ने डेंगू बताया था. जिसके चलते उन्हें कानपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
शमशाबाद ब्लॉक क्षेत्र के गांव मराठी में कई लोग बुखार की चपेट में आ गए हैं. जिनका इलाज इधर-उधर अस्पतालों में चल रहा है. इसी में 30 वर्षीय पंकज यादव को 7 दिन से बुखार आ रहा था. पंकज को फर्रुखाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालत में सुधार न होने पर परिजन उन्हें कानपुर ले गए. जहां पर चिकित्सकों ने डेंगू होने की जानकारी दी. उनकी उपचार के दौरान कानपुर में मौत हो गई. शव घर आते ही कोहराम मच गया. मृतक की 13 माह की एक पुत्री है. भाई पवन कुमार ने बताया कि डॉक्टर ने डेंगू बुखार बताया था, उसी का उपचार चल रहा था.
बता दें कि गांव में कई अन्य लोग भी बुखार से पीड़ित हैं. उनका अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है. स्थानीय निवासी पप्पू के 14 वर्षीय पुत्र प्रिंस का आगरा में तथा बदन सिंह की पत्नी शकुंतला का फिरोजाबाद में उपचार चल रहा है. इसके अलावा अर्जुन की पत्नी तथा कल्लू की पत्नी का भी फिरोजाबाद में उपचार चल रहा है. जबकि कुछ लोग गांव में ही झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करवा रहे हैं.
फर्रुखाबाद: डेंगू से सहकारी समिति के लिपिक की मौत
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में इन दिनों मौसम से तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण मच्छर जनित संक्रामक बीमारियां पांव पसार रही हैं. सबसे अधिक जिले में मच्छरों से मलेरिया और डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं. जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग बेखबर है. जबकि हाल ही में जिले में एक लिपिक की मौत हो गई. जिन्हें चिकित्सकों ने डेंगू से पीड़ित बताया था.
फर्रुखाबाद: दिन में गर्मी और रात में ठंड पड़ने से उतार-चढ़ाव के कारण संक्रामक बीमारियां फैल रही हैं. इसमें मच्छरों का आतंक के कारण बुखार का प्रकोप अधिक फैल रहा है. मलेरिया और डेंगू से भी लोग पीड़ित हो रहे हैं. लेकिन स्वास्थ्य विभाग बेखबर है. ऐसे ही बुखार से पीड़ित सरकारी समिति के लिपिक की मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि उन्हें चिकित्सकों ने डेंगू बताया था. जिसके चलते उन्हें कानपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
शमशाबाद ब्लॉक क्षेत्र के गांव मराठी में कई लोग बुखार की चपेट में आ गए हैं. जिनका इलाज इधर-उधर अस्पतालों में चल रहा है. इसी में 30 वर्षीय पंकज यादव को 7 दिन से बुखार आ रहा था. पंकज को फर्रुखाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालत में सुधार न होने पर परिजन उन्हें कानपुर ले गए. जहां पर चिकित्सकों ने डेंगू होने की जानकारी दी. उनकी उपचार के दौरान कानपुर में मौत हो गई. शव घर आते ही कोहराम मच गया. मृतक की 13 माह की एक पुत्री है. भाई पवन कुमार ने बताया कि डॉक्टर ने डेंगू बुखार बताया था, उसी का उपचार चल रहा था.
बता दें कि गांव में कई अन्य लोग भी बुखार से पीड़ित हैं. उनका अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है. स्थानीय निवासी पप्पू के 14 वर्षीय पुत्र प्रिंस का आगरा में तथा बदन सिंह की पत्नी शकुंतला का फिरोजाबाद में उपचार चल रहा है. इसके अलावा अर्जुन की पत्नी तथा कल्लू की पत्नी का भी फिरोजाबाद में उपचार चल रहा है. जबकि कुछ लोग गांव में ही झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करवा रहे हैं.