फर्रुखाबादः जिले में शुक्रवार को गैंगरेप का मामला सामने आया है. फर्रुखाबाद बस स्टैंड से चार युवक एक गर्भवती महिला को जबरन उठा ले गए. पीड़िता के मुताबिक चारों आरोपियों ने उसके साथ चार दिन तक गैंगरेप किया. पीड़िता जैसे तैसे उनके चंगुल से छूटी और पुलिस को पूरी दास्तां बताईं. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है.
पीड़िता ने पुलिस को दिया यह बयान
मेरी ससुराल सहारनपुर में है और मायका बरेली में है. 16 अगस्त को सहारनपुर जाने के लिये बरेली से बस पकड़ी और फर्रुखाबाद पहुंची. शाम करीब 6 बजे कुछ युवक मेरे पास आए और बिल्कुल सटकर खड़े हो गए. फिर पता नहीं क्या हुआ, जब मेरी आंख खुली तो मैंने खुद को एक बंद कमरे में पाया, उस कमरे में एक तरफ भूसा रखा हुआ था, दूसरी तरफ खाली जगह मुझे बैठाया गया था. कमरे में अंदर से ताला लगा हुआ था. मेरे सामने चार लोग बैठे हुए थे. मेरे बोलते ही चारों मुझसे बदसलूकी करने लगे.
मैंने युवकों से कहा कि मेरा सामान ले लिया है, तो कोई बात नहीं लेकिन मुझे जाने दो, मेरे पेट में दो महीने का बच्चा है, मुझे परेशान मत करो.चारों ने मुझे धमकाया. इसके बाद एक युवक ने मुझे पकड़ लिया और बारी-बारी मेरे साथ गंदा काम किया. मैं बेहोश हो गई. चारों लगातार मेरी इज्जत लूटते रहे. चौथे दिन सभी आरोपी सो रहे थे, लेकिन कमरे का ताला खुला पड़ा था. दबे पांव दरवाजा खोलकर भाग निकली. 12 किलोमीटर बाद ग्रामीण मिले और उनसे पूरी दास्तां बताई. इसके बाद पुलिस से शिकायत की. सूचना पर थानाध्यक्ष राजेपुर दिनेश कुमार गौतम सीईओ अमृतपुर मौके पर पहुंचे और महिला को लेकर जांच पड़ताल शुरू की.
एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि पुलिस पीड़िता को लेकर हरदोई के मुर्चा कटरी गांव के उस घर में पहुंची जहां पीड़िता ने बंधक बनाये जाने की बात बताई थी. मौके पर एक महिला मिली थी. पूछताछ करने पर महिला ने बताया था कि लड़की की चाची, फूफा और बुआ ने 80 हजार लेकर उसे यहां पर चार दिन पहले छोड़ गए थे. पुलिस गैंगरेप के साथ बेचे जाने के मामले की जांच कर रही है. एसपी के मुताबिक पीड़िता का मुकदमा दर्ज कर मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा. जांच के बाद आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
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