फर्रुखाबाद: जिले के विकासखंड कमालगंज क्षेत्र के नगला खेम रंगाई ग्राम से फर्जीवाड़े की एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां ऑपरेशन कायाकल्प में प्रधान व सचिव ने फर्जीवाड़ा कर लाखों रुपए की धनराशि को आपस में बांट लिया. स्कूलों में घटिया निर्माण कराकर सिर्फ खानापूर्ति की गई. मामले की जानकारी मिलते ही डीएम ने स्कूल निर्माण सामग्री की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. मामले में आरोपी प्रधान व सचीव ने चार लाख से अधिक की धनराशि का फर्जीवाड़ा किया है. प्राथमिक स्कूल में हुए फर्जीवाड़े का मामला सामने आने के बाद जिलाधिकारी ने अन्य कई स्कूलों पर जांच के आदेश जारी कर दिए हैं.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, खंड विकास अधिकारी राजेश कुमार सिंह बघेल ने ग्राम नगला खेम रंगाई स्थित प्राथमिक विद्यालय, उच्च प्राथमिक विद्यालय और प्राथमिक पाठशाला दलीलगर का निरीक्षण कर रिपोर्ट तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी डॉ राजेंद्र पेंसिया को सौंपी थी. सीडीओ के आदेश पर जिला ग्राम विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक राजमणि वर्मा व सहायक अभियंता विनोद कुमार सक्सेना ने विस्तृत तकनीकी जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की थी. जांच रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी को दोषी मानते हुए दोनों के खिलाफ वसूली नोटिस जारी कर दिया है.
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डीएम मानवेंद्र सिंह ने कही ये बात
नोटिस में कहा गया है कि दो सप्ताह के अंदर धनराशि जमा न करने या संतोषजनक स्पष्टीकरण प्रस्तुत न किए जाने पर संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी और धनराशि के सापेक्ष वसूली प्रमाण पत्र तहसील को भेज दिया जाएगा. इस पूरी घटना की जानकारी देते हुए डीएम मानवेंद्र सिंह ने बताया कि जहां भी स्कूलों में गलत काम हुए हैं. उनकी जांच कराकर रिकवरी की जाएगी और आगे की वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी.