फर्रुखाबाद : जिले में वन विभाग और पुलिस की मदद से लकड़ी माफिया धड़ल्ले से हरे पेड़ काटने में लगे हुए हैं. वहीं सरकार लगातार पेड़ों को बचाने और लगाने में जुटी हुई है. ताकि पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके. वहीं पेड़ काटने का वीडियो सोशल मीडियों पर वायरल होने के बाद मामला संज्ञान में आया. मामले के संज्ञान में आते ही वन संरक्षक शिवेंद्र प्रताप सिंह ने कायमगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है. जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. जांच के दौरान पुलिस को नीम के पेड़ कटे हुए मिले.
बता दें कि आरोपी के खिलाफ नीम के नौ हरे पेड़ों को काटने का मुकदमा दर्ज किया गया है. हरे पेड़ों को बिना अनुमति काटा जाना वन संरक्षण अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध है और इसके तहत कड़े कानून बनाए गए हैं. वहीं वन रक्षक शिवेंद्र प्रताप सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद, सूचना पाकर पहुंचे वन दारोगा महेश चंद्र बीट, प्रभारी शिवेंद्र सिंह ने नखासा के पास नीम के हरे पेड़ काटे जाने की जगह पर जाकर जांच की है. मोहल्ला जटवारा निवासी अली वारिस पुत्र सादिक नवाज खा द्वारा बिना अनुमति के नीम के नौ हरे पेड़ कटवाए जा रहे थे.
मौके पर पहुंची पुलिस को कटे हुए पेड़ों की कुछ लकड़ियां ही मिल सकी. वहीं कुछ वहां से ले जाई जा चुकी थी. हरे पेड़ों को बिना अनुमति काटा जाना वन संरक्षण अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध है. कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के टिलियां मार्ग पर नखासा के पास हरे पेड़ काटे जाने के मामले में आरोपित के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
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