फर्रुखाबाद: जिले के अमृतपुर गांव में चूल्हे की राख से उठी चिंगारी ने छह घरों को अपनी चपेट में ले लिया. जानकारी होने पर गांव में हो-हल्ला मच गया. ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. आग से घर में रखा हजारों का सामान भी जलकर राख हो गया. वहीं सूचना मिलने पर पहुंचे तहसीलदार राजू कुमार ने हादसे की जांच-पड़ताल की.
दरअसल, रामगंगा नदी के किनारे परिवार के साथ रहकर शिवरतन अपना गुजारा करते थे, लेकिन पिछले दिनों रामगंगा में आई बाढ़ के कारण कटान तेज होने से परेशान होकर शिवरतन अपने परिवार के साथ अमृतपुर गांव के पास आकर रहने लगे थे. उनके साथ सात-आठ अन्य परिवार भी यहां आकर रह रहे थे. शुक्रवार को शिवरतन की पत्नी चूल्हे पर खाना बना रही थी, तभी अचानक चूल्हे से उठी चिंगारी घर में रखे छप्पर पर जा गिरी, जिससे आग लग गई. आग ने पड़ोस में रह रहे मनोज, अनिल, सुशील, सुधीर और दयाराम के मकान को अपनी चपेट में ले लिया.
आग के बढ़ते विकराल रूप को देखकर गांव में कोहराम मच गया. आग की सूचना पर मौके पर पहुंचे शिवरतन ने पत्नी को आग की लपटों के बीच से बाहर निकाला. आग लगने से सभी छह घरों में रखा अनाज, बेड, अलमारी, टीवी, रजाई, गद्दे, जेवरात सहित करीब 20 हजार रुपये के अलावा बाइक और सामान जलकर राख हो गया. ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. पीड़ित शिवरतन ने बताया कि आग इतनी विकराल थी कि सब कुछ जलकर राख हो गया. हमारे पास खाने-पीने तक का कोई सामान नहीं बचा है. हम लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गए हैं.
वहीं सूचना मिलने पर पहुंचे तहसीलदार राजू कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की. तहसीलदार ने बताया कि अलादपुर भटौली गांव के पास रामगंगा नदी में तेज कटान की वजह से छह परिवार अमृतपुर गांव के किनारे बस गए थे. आग से इनकी झोपड़ियों में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया है. इनके नुकसान की जांच की जा रही है.