फर्रुखाबाद: गंगा का जलस्तर (flood in farrukhabad) बढ़ने से शुक्रवार को अमृतपुर और शमसाबाद के तटवर्ती गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है. कमालगंज में गंगा नदी के कटान से अब जंजाली नगला गांव खतरे में आ गया है. इस गांव में करीब 40 घर बने हुए हैं और करीब 500 लोगों की आबादी रहती हैं.
घरों में पानी भरने से ग्रामीण परेशान हो गए हैं और कई लोग बेघर हो गए हैं. कुछ लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए हैं. वहीं, नरौरा बांध से गंगा में एक लाख 9 हजार 233 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. इससे गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है. शुक्रवार को गंगा का जलस्तर 136.90 मीटर तक पहुंच गया. जबकि खतरे का निशान 137.10 मीटर पर है. इसकी वजह से क्षेत्र के करीब 24 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. गांव कटरी तौफीक, अचानकपुर की गलियों जलमग्न होने के साथ 14 घरों में पानी भर गया है. इससे बच्चों को पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है.
यह भी पढ़ें: चंदौली: सफाईकर्मियों को नहीं मिला वेतन, नगरपालिका गेट पर कचरा रखकर किया प्रदर्शन
ग्रामीणों के खेत और मकान नदी में समा चुके हैं. ग्रामीणों ने बताया कि नदी से खेत मकान में कटान हो रहा है. इसके चलते लोगों ने सरकार से सुरक्षित जगह की मांग की है. उनका कहना है कि कई बार अधिकारियों से शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है और हमारे पास कोई भी दूसरा रहने का साधन नहीं है. अगर कटान इसी तरह से होता रहा तो, उन्हें और भी मुश्किलों को समाना करना पड़ेगा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप