फर्रुखाबादः केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी अधिकारियों की लापरवाही के चलते जिले में दम तोड़ती नजर आ रही है. फर्रुखाबाद जिला प्रशासन गरीबों की छत के लिए विभाग जमीन नहीं ढूंढ पा रहा है. पीएम आवास योजना शहरी में किफायती आवास के तहत जिले में लगभग 200 आवासों का निर्माण कराया जाना है. इसके लिए ट्रांजिट हॉस्टल फतेहगढ़ में जगह चिन्हित हुई थी, लेकिन शासन ने इस जगह को निरस्त कर दिया. दूसरी जगह ढूंढने के आदेश दिए थे. तब से अबतक करीब डेढ़ साल होने जा रहे हैं, लेकिन अभी तक विभाग जगह नहीं ढूंढ सका है.
दरअसल, पीएम आवास योजना शहरी भागीदारी में किफायती आवास के तहत 200 आवास बनाए जाने हैं. करीब 2 साल पहले जिला नगरीय विकास अभिकरण कार्यालय डूडा ने फतेहगढ़ स्थित ट्रांजिट हॉस्टल की जगह चिन्हित की थी. आवास विकास परिषद को आवास का निर्माण कराना है. आवास निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाना था, लेकिन इसी दौरान शासन ने इस जमीन को निरस्त करते हुए दूसरी जमीन लेने के आदेश दिए थे. लगभग डेढ़ साल होने जा रहा है और अभी तक विभाग जमीन भी जमीन की तलाश नहीं कर सका है.
जिला परियोजना अधिकारी जय विजय सिंह ने बताया कि रमन्ना गुलजारबाग में जगह दी गई थी, लेकिन इसी दौरान कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया. अब जिले में अग्रिम आदेशों तक इस योजना के आवासों के निर्माण में विभाग ने रोक लगा दी है. पहले महानगरों में इस योजना के तहत आवाज बनवाए जाएंगे और उसके बाद जिलों में निर्माण होंगे. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत लाभार्थियों को किस्तों में आवास दिए जाने थे. इसमें ढाई लाख रुपये का अनुदान डूडा देगा.
फर्रुखाबादः गरीबों के छत के लिए जमान नहीं ढूंढ पा रहा जिला प्रशासन - pradhanmantri awas yojna farrukhabad
पीएम आवास योजना शहरी में किफायती आवास के तहत जिले में लगभग 200 आवासों का निर्माण कराया जाना है. इसके लिए ट्रांजिट हॉस्टल फतेहगढ़ में जगह चिन्हित हुई थी. लेकिन शासन ने इस जगह को निरस्त कर दिया. दूसरी जगह ढूंढने के आदेश दिए थे. तब से अबतक करीब डेढ़ साल होने जा रहे हैं, लेकिन अभी तक विभाग जगह नहीं ढूंढ सका है.
फर्रुखाबादः केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी अधिकारियों की लापरवाही के चलते जिले में दम तोड़ती नजर आ रही है. फर्रुखाबाद जिला प्रशासन गरीबों की छत के लिए विभाग जमीन नहीं ढूंढ पा रहा है. पीएम आवास योजना शहरी में किफायती आवास के तहत जिले में लगभग 200 आवासों का निर्माण कराया जाना है. इसके लिए ट्रांजिट हॉस्टल फतेहगढ़ में जगह चिन्हित हुई थी, लेकिन शासन ने इस जगह को निरस्त कर दिया. दूसरी जगह ढूंढने के आदेश दिए थे. तब से अबतक करीब डेढ़ साल होने जा रहे हैं, लेकिन अभी तक विभाग जगह नहीं ढूंढ सका है.
दरअसल, पीएम आवास योजना शहरी भागीदारी में किफायती आवास के तहत 200 आवास बनाए जाने हैं. करीब 2 साल पहले जिला नगरीय विकास अभिकरण कार्यालय डूडा ने फतेहगढ़ स्थित ट्रांजिट हॉस्टल की जगह चिन्हित की थी. आवास विकास परिषद को आवास का निर्माण कराना है. आवास निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाना था, लेकिन इसी दौरान शासन ने इस जमीन को निरस्त करते हुए दूसरी जमीन लेने के आदेश दिए थे. लगभग डेढ़ साल होने जा रहा है और अभी तक विभाग जमीन भी जमीन की तलाश नहीं कर सका है.
जिला परियोजना अधिकारी जय विजय सिंह ने बताया कि रमन्ना गुलजारबाग में जगह दी गई थी, लेकिन इसी दौरान कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया. अब जिले में अग्रिम आदेशों तक इस योजना के आवासों के निर्माण में विभाग ने रोक लगा दी है. पहले महानगरों में इस योजना के तहत आवाज बनवाए जाएंगे और उसके बाद जिलों में निर्माण होंगे. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत लाभार्थियों को किस्तों में आवास दिए जाने थे. इसमें ढाई लाख रुपये का अनुदान डूडा देगा.