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फर्रुखाबादः इंटरनेट पर सर्च कर रची थी बच्चों को बंधक बनाने की साजिश

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में गुरुवार को एक शातिर अपराधी ने 23 बच्चों को बंधक बना लिया. हालांकि पुलिस की ओर से मुठभेड़ में वह मारा गया और सभी बच्चे सुरक्षित छुड़ा लिए गये. एसपी ने बताया कि बदमाश के मोबाइल से पता चला है कि उसने पिछले कई महीने में बम बनाने और बंधक बनाने के तरीकों के बारे में सर्च किया था.

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डॉ. अनिल कुमार मिश्र
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Published : Feb 1, 2020, 11:39 PM IST

फर्रुखाबाद: करथिया गांव में 23 बच्चों को बंधक बनाने के बाद एनकाउंटर में मारे गए सुभाष ने इंटरनेट पर सर्च कर बंधक बनाने और बम बनाने के तरीके सीखे थे. इस बात का खुलासा ईटीवी भारत से खास बातचीत में एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने किया. इसके अलावा सुभाष के मोबाइल में ऐसे कई वीडियो मिले हैं, जिनमें बम बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है.

एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने दी जानकारी.

एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि सुभाष शातिर दिमाग वाला व्यक्ति था. वह स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करता था. तलाशी के दौरान बरामद किए गए सुभाष के स्मार्टफोन को जब चेक किया गया तो पता चला कि उसने इंटरनेट पर बच्चों को बंधक बनाने के तरीके सर्च किए थे. सुभाष ने कई महीनों में सबसे अधिक बार बंधक बनाकर फिरौती मांगने के तरीकों को सर्च किया था. एसपी के अनुसार सुभाष ने घर के चारों ओर तारों का जखीरा बिछाकर रखा था. उसने जिस तरह से इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक एकत्र कर रखा था. इससे साफ होता है कि वह कई महीनों से इस योजना को बना रहा था.

इसे भी पढे़ं- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बोले, 'जन-जन का है बजट, सबका होगा कल्याण'

करीब एक-डेढ़ महीने पहले जेल से बाहर आया सुभाष बेहद खुराफाती और खूंखार व्यक्ति था. उसके मोबाइल की कॉल रिकॉर्ड और लोकेशन निकलवाई जा रही है, जिससे यह पता चल सके कि वह कहां गया और किन लोगों से बातचीत हुई. इससे बारूद खरीदने के ठिकानों के बारे में भी जानकारी मिल सकती है.

फर्रुखाबाद: करथिया गांव में 23 बच्चों को बंधक बनाने के बाद एनकाउंटर में मारे गए सुभाष ने इंटरनेट पर सर्च कर बंधक बनाने और बम बनाने के तरीके सीखे थे. इस बात का खुलासा ईटीवी भारत से खास बातचीत में एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने किया. इसके अलावा सुभाष के मोबाइल में ऐसे कई वीडियो मिले हैं, जिनमें बम बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है.

एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने दी जानकारी.

एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि सुभाष शातिर दिमाग वाला व्यक्ति था. वह स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करता था. तलाशी के दौरान बरामद किए गए सुभाष के स्मार्टफोन को जब चेक किया गया तो पता चला कि उसने इंटरनेट पर बच्चों को बंधक बनाने के तरीके सर्च किए थे. सुभाष ने कई महीनों में सबसे अधिक बार बंधक बनाकर फिरौती मांगने के तरीकों को सर्च किया था. एसपी के अनुसार सुभाष ने घर के चारों ओर तारों का जखीरा बिछाकर रखा था. उसने जिस तरह से इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक एकत्र कर रखा था. इससे साफ होता है कि वह कई महीनों से इस योजना को बना रहा था.

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करीब एक-डेढ़ महीने पहले जेल से बाहर आया सुभाष बेहद खुराफाती और खूंखार व्यक्ति था. उसके मोबाइल की कॉल रिकॉर्ड और लोकेशन निकलवाई जा रही है, जिससे यह पता चल सके कि वह कहां गया और किन लोगों से बातचीत हुई. इससे बारूद खरीदने के ठिकानों के बारे में भी जानकारी मिल सकती है.

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नोट- इस खबर में विजुअल up_fbd_01_hostage_ case _vis_7205401 नाम से भेजे गए हैं।
एंकर- फर्रुखाबाद के करथिया गांव में 25 बच्चों को बंधक बनाने के बाद एनकाउंटर में मारे गए सुभाष ने इंटरनेट पर सर्च कर बंधक बनाने और बम बनाने के तरीके सीखे थे.इस बात का खुलासा ईटीवी भारत से खास बातचीत में एसपी डाॅ.अनिल कुमार मिश्र ने किया है.इसके अलावा सुभाष के मोबाइल में ऐसे कई विडियो मिले हैं, जिनमें बम बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है.
Body:वीओ-एसपी डाॅ.अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि सुभाष शातिर दिमाग वाला व्यक्ति था.वह स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करता था.तलाशी के दौरान बरामद सुभाष के स्मार्टफोन को जब चेक किया गया तो पता चला कि उसने इंटरनेट पर बच्चों को बंधक बनाने के तरीके सर्च किए थे. सुभाष ने कई महनों में सबसे अधिक बार विदेशों में किस प्रकार से बंधक बनाकर फिरौती की मांग की जाती है और उसके क्या-क्या तरीके हो सकते हैं.इसको सर्च कर रखा था.एसपी के अनुसार,सुभाष ने घर के चारों ओर तारों का जखीरा बिछाकर रखा था.हालांकि एक बात स्पष्ट है कि उसने जिस तरह से इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक एकत्र कर रखा था. इससे साफ होता है कि वह कई महीनों से इस योजना को बना रहा था. करीब एक-डेढ़ महीने पहले जेल से बाहर आया सुभाष बेहद खुराफाती और खूंखार व्यक्ति था- उसके मोबाइल का कॉल रेकॉर्ड और लोकेशन निकलवाई जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि वह कहां गया और किन लोगों से बातचीत हुई- इससे बारूद खरीदने के ठिकानों के बारे में भी जानकारी मिल सकती है.
Conclusion:डीएम-एसपी ने घटनास्थल पर की प्रेस कांफ्रेंस-डीएम मानवेंद्र सिंह व एसपी डाॅ.अनिल कुमार मिश्र ने शनिवार को घटनास्थल पर प्रेस कांफ्रेंस की. जहां जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि बेशक सुभाष आतंकी नहीं था, लेकिन उसने इस घटना का जो प्रारूप बनाया वह बिल्कुल आतंकवादियों जैसा ही था.
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