फर्रुखाबाद: करथिया गांव में 23 बच्चों को बंधक बनाने के बाद एनकाउंटर में मारे गए सुभाष ने इंटरनेट पर सर्च कर बंधक बनाने और बम बनाने के तरीके सीखे थे. इस बात का खुलासा ईटीवी भारत से खास बातचीत में एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने किया. इसके अलावा सुभाष के मोबाइल में ऐसे कई वीडियो मिले हैं, जिनमें बम बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है.
एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि सुभाष शातिर दिमाग वाला व्यक्ति था. वह स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करता था. तलाशी के दौरान बरामद किए गए सुभाष के स्मार्टफोन को जब चेक किया गया तो पता चला कि उसने इंटरनेट पर बच्चों को बंधक बनाने के तरीके सर्च किए थे. सुभाष ने कई महीनों में सबसे अधिक बार बंधक बनाकर फिरौती मांगने के तरीकों को सर्च किया था. एसपी के अनुसार सुभाष ने घर के चारों ओर तारों का जखीरा बिछाकर रखा था. उसने जिस तरह से इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक एकत्र कर रखा था. इससे साफ होता है कि वह कई महीनों से इस योजना को बना रहा था.
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करीब एक-डेढ़ महीने पहले जेल से बाहर आया सुभाष बेहद खुराफाती और खूंखार व्यक्ति था. उसके मोबाइल की कॉल रिकॉर्ड और लोकेशन निकलवाई जा रही है, जिससे यह पता चल सके कि वह कहां गया और किन लोगों से बातचीत हुई. इससे बारूद खरीदने के ठिकानों के बारे में भी जानकारी मिल सकती है.