फर्रुखाबाद: बरसात के साथ गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने लगा है. गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ने से एक बार फिर से बाढ़ आने के आसार बनने लगे हैं. तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. वहीं सोतानाला में पानी बढ़ने से मंझा की मड़ैया गांव के लोग नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं.
गंगा में जलस्तर बढ़ने से कटरी इलाके में रहने वाले 12 से अधिक गांवों के लोगों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं. गंगा का जलस्तर बढ़ने से हरसिगपुर कायस्थ, उगरपुर, कुडरी सारंगपुर, सुंदरपुर, तीसराम की मड़ैया, करनपुर घाट गांव के लोगों को बाढ़ की आशंका सता रही है. वहीं सोतानाला में पानी बढ़ गया है, जिससे मंजा की मढ़िया गांव के लोग नाव के सारे आवागमन करने को मजबूर हैं.
अब गंगा में पानी का दबाव बढ़ गया है, जो परेशानी का विषय है. वहीं किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें पड़ने लगी हैं. किसानों को अभी से गंगा का पानी खेत में फैलने से फसल बर्बाद होने का खतरा सताने लग रहा है. ग्रामीणों के अनुसार अगर जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो जल्द ही गांव में पानी प्रवेश कर सकता है.
गंगा का जलस्तर 20 सेंटीमीटर से बढ़कर 135.50 मीटर पर पहुंच गया है. नरौरा बांध से 32,900 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. रामगंगा का जलस्तर विलोगेज है. खोह हरेली व रामनगर से 3,479 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों का दावा है कि अभी हालात पूरी तरह से काबू में हैं. जिला प्रशासन की नजर पूरे मामले पर बनी हुई है. बाढ़ जैसे हालातों से निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयार है.