फर्रुखाबाद: जिले में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में फर्जी दस्तावेजों से अनामिका शुक्ला के नाम से भर्ती घोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई अन्य शिक्षिकाओं के फर्जी अभिलेख पर नौकरी करने के खुलासे होते जा रहे हैं. अब निधि गुप्ता का मामला सामने आया है, लेकिन इसके बावजूद भी बेसिक शिक्षा अधिकारी इन फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने में विलंब कर रहे हैं.
अनामिका शुक्ला के नाम से फर्जी दस्तावेजों से 25 जिलों में शिक्षिकाओं की नियुक्तियां कराने वाले मास्टरमाइंड पुष्पेंद्र के फर्जीवाड़े ने बेसिक शिक्षा विभाग को बुरी तरह से उलझा दिया है. दरअसल अब फर्जी अभिलेखों पर नौकरी करने वालों की लिस्ट में निधि गुप्ता का नया नाम जुड़ गया है. खंड शिक्षा अधिकारी ललित मोहन पाल कायमगंज बा विद्यालय की वार्डन निधि गुप्ता के पते पर नगला खरा मैनपुरी पहुंचे.
वहां बीईओ को प्राइमरी विद्यालय में तैनात दूसरी शिक्षिका निधि गुप्ता मिली, जो बढ़पुर ब्लाक के प्राइमरी विद्यालय गंगादरवाजा अंग्रेजी माध्यम स्कूल में 2010 से नौकरी कर रही है. बीईओ को निधि के भाई घर पर मिले, जिसके बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ.
नौकरी के लिए नहीं किया आवेदन
निधि के भाई ने बताया कि बहन की शादी बढ़पुर ब्लाक क्षेत्र में हुई है. बहन ने कभी भी बा विद्यालय में नौकरी के लिए आवेदन ही नहीं किया, बल्कि वह प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापिका के पद पर तैनात हैं. इसके बाद कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में वार्डन के पद पर नौकरी कर रही फर्जी निधि गुप्ता का खुलासा हुआ. वहीं फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर बीईओ ने बीएसए को रिपोर्ट सौंपी है.
सूत्रों के अनुसार वार्डन निधि गुप्ता ने काउंसलिंग के दौरान जो टीईटी का अंकपत्र लगाया था, वह भी फर्जी निकला है. इस पूरे प्रकरण में वार्डन और परिषदीय विद्यालय की शिक्षिका के अभिलेखों में बड़ी सावधानी से फर्जीवाड़ा किया गया है, जिसमें शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है.
मास्टरमाइंड पुष्पेंद्र के संपर्क में थी निधि
फर्जी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के मास्टरमाइंड पुष्पेंद्र की गिरफ्तारी के बाद अब उसकी धीरे-धीरे परतें खुलती जा रही हैं. कायमगंज के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में भी पुष्पेंद्र सक्रिय रहा है. यहां तैनात शिक्षिका निधि गुप्ता से मिलने के लिए वह 22 अक्टूबर 2019 को गया था. उसके सुशील कुमार कौशल के नाम से विद्यालय के रजिस्टर में हस्ताक्षर मिले हैं, जिसमें उसने आने का कारण निधि गुप्ता से मिलना बताया है. फिलहाल नोटिस भेजने के बाद भी निधि गुप्ता अभिलेखों के सत्यापन के लिए उपस्थित नहीं हो रही हैं.
कायमगंज की वार्डन निधि गुप्ता के खिलाफ जांच चल रही है. बीईओ से अभी आख्या नहीं मिल पाई है. जैसे ही आख्या मिलती है, तत्काल कार्रवाई की जाएगी.
-लालजी यादव, बीएसए