फर्रुखाबाद: जिले में रह रहे बांग्लादेशियों और नेपाली शरणार्थियों का ब्यौरा प्रदेश पुलिस मुख्यालय की ओर से तलब किया गया है. फिलहाल जनपद में शरणार्थी तो कोई नहीं मिले, लेकिन वीजा पर दो महिलाओं समेत 6 विदेशी रह रहे हैं. वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए पड़ोसी देशों से आने वाले लोगों को बॉर्डर पर रोके जाने के निर्देश दिए गए हैं.
सीमा पर रोककर की जाए पूछताछ
वर्तमान समय में राजनीतिक हलचल को देखते हुए अवैध घुसपैठिए के रूप में रह रहे बांग्लादेशियों और नेपाल के नागरिकों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है. इसी संबंध में पुलिस महानिदेशक कार्यालय से फर्रुखाबाद में रह रहे बांग्लादेशी, नेपाली व अन्य देशों के शरणार्थियों का ब्यौरा मांगा गया. पुलिस को निर्देशित किया गया है कि पड़ोसी देशों से आने वाले लोगों को जिले की सीमाओं पर रोककर उनसे पूछताछ की जाए.
एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि अवैध घुसपैठियों के रूप में बांग्लादेश के नागरिकों को चिह्नित करने की कार्रवाई पहले से चल रही है. यह कार्रवाई पुलिस के स्तर से हो रही है.
6 विदेशी हैं जिले में
जानकारी के अनुसार जिले में शरणार्थी तो नहीं हैं, लेकिन 6 विदेशी रह रहे हैं, जो नागरिकता के लिए कई बार आवेदन कर चुके हैं. भारत में नागरिकता न मिलने पर उन विदेशियों के वीजा का समय बढ़ाया जा रहा है. बताया जाता है कि इनमें दो श्रीलंका, दो पाकिस्तानी, 1-1 बांग्लादेशी व यूक्रेन के हैं, जो काफी समय से यहां पर रह रहे हैं.
घुसपैठिए कानून व्यवस्था के लिए समस्या
दरअसल, ये घुसपैठिए कानून-व्यवस्था के लिए भी समस्या बने हुए हैं. इनमें से बड़ी संख्या में ऐसे हैं, जो खुद को पश्चिम बंगाल या असम का नागरिक बताते हैं. इतना ही नहीं इनमें से बहुत से ऐसे भी लोग हैं, जिन्होंने फर्जी कागजातों के आधार पर पासपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज तक बनवा लिए हैं, इसीलिए यह कार्रवाई शासन स्तर पर की जा रही है.